जिले से 337 सैंपल प्रयोगशाला नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाई सेक्योरिटी एनीमल डिसिज को भेजे गए हैं। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जिले के पोल्ट्री फार्म और हेचरी फार्म से सैंपल कलेक्शन के साथ-साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। भोपाल से सैंपल की रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लगता है। हालांकि, अब तक जितनी भी रिपोर्ट आई है, निगेटिव हैं।
Bird Flue in CG: जांच के लिए दो लैब
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सभी
प्राइवेट फार्म हैं। इसमें लेयर फार्म की संख्या 200 है। इसमें 2 लाख 40 हजार पक्षी हैं। ब्रायलर 177 फार्म संचालित हैं। इसमें 10 लाख पक्षी हैं। वहीं जिले में 250 अंडे की दुकानें संचालित हैं। जिनकी निगरानी विभाग द्वारा की जा रही है। निगरानी के लिए भी जिला स्तरीय व ब्लॉक स्तर पर टीम का भी गठन किया गया है। जिले में एक भी बर्ड फ्लू के केस नहीं होने से मुर्गी और अंडे आदि की खरीदी जारी है।
इस पर अभी कोई रोक नहीं है। विभाग का कहना है कि बिक्री जारी है। जिले में सावधानी बरती जा रही है, जिससे पक्षियों में कोई बीमारी न हो।
बीमारी को छिपाने पर पोल्ट्री संचालकों पर कार्रवाई की जा सकती है। पशु चिकित्सा विभाग की उप संचालक अंजना नायडु ने बताया कि जिले में अब तक किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आई है। सावधानी बरती जा रही है। फिलहाल, पक्षियों की असामान्य बीमारी की जानकारी कहीं से भी नहीं आई है।