किन जिलों में होगी बारिश?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित जिले शामिल हैं:
- पश्चिमी यूपी: आगरा, मेरठ, सहारनपुर, मथुरा, बरेली, पीलीभीत, बुलंदशहर
- पूर्वी यूपी: गोरखपुर, संतकबीर नगर, बलिया, बस्ती, देवरिया
- एनसीआर क्षेत्र: गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़
इन जिलों में 27 फरवरी से बादल छाने लगेंगे और 28 फरवरी को गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 मार्च तक यह स्थिति बनी रह सकती है।
तापमान में बदलाव की संभावना
- पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में दिन का तापमान बढ़ रहा था, लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंडक लौट सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि:
- आगरा में 27 फरवरी को अधिकतम तापमान 28.6°C और न्यूनतम तापमान 12.5°C दर्ज किया गया।
- मेरठ में अधिकतम तापमान 27.3°C और न्यूनतम तापमान 11.1°C रहा।
- लखनऊ में दिन का तापमान 26°C और रात का तापमान 13°C दर्ज किया गया।
- 28 फरवरी से न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है और हल्की ठंडक महसूस की जा सकती है।
पीलीभीत और तराई क्षेत्र में मौसम का असर
पीलीभीत और आसपास के तराई क्षेत्रों में 28 फरवरी और 1 मार्च को बादल छाने के साथ हल्की बारिश की संभावना है।राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार, रविवार की रात न्यूनतम तापमान 11.8°C दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि बारिश के बाद तापमान में गिरावट आ सकती है और ठंडक फिर से महसूस की जा सकती है।
मेरठ और एनसीआर में बूंदाबांदी के आसार
मेरठ और एनसीआर क्षेत्र (गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़) में भी 27 फरवरी से हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन इलाकों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. यूपी शाही के अनुसार, 25 फरवरी को हिमालय के ऊपरी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ, जिसका असर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दिखाई देगा। क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण अगले कुछ दिनों तक मौसम अस्थिर रहेगा। 27 फरवरी से बादल छाने लगेंगे और 28 फरवरी से 1 मार्च तक हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग की सलाह
- यदि आप यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो बारिश को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यक्रम की योजना बनाएं।
- किसान भाई अपनी फसलों को बारिश से बचाने के लिए उपयुक्त उपाय करें।
- ठंड से बचने के लिए हल्के गर्म कपड़े अपने पास रखें।
भविष्य की संभावनाएं और अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मार्च के पहले सप्ताह में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिससे फिर से बारिश की संभावना बन सकती है। इसलिए, राज्य के नागरिकों को आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।