राज्य के प्रमुख 10 जिलों में पारा 40 के पार जा चुका है। इनमें गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद और आसपास के इलाके शामिल हैं। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को यहां लू की स्थिति और बढ़ने की आशंका जताई है। साथ ही नागरिकों से एहतियात बरतने की अपील की है।
कैसा रहेगा अगले दो दिनों का मौसम
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 8 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्रों में हल्की फुहारें पड़ने की संभावना है।हालांकि पश्चिमी यूपी में फिलहाल इससे कोई राहत मिलती नहीं दिख रही। यहां गर्म हवाएं और तीखी धूप बनी रहेगी। किन जिलों में सबसे अधिक असर
- मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार निम्न जिलों में अत्यधिक गर्मी और लू का प्रभाव रहेगा:
- गाजियाबाद
- हापुड़
- गौतम बुद्ध नगर (नोएडा)
- बुलंदशहर
- अलीगढ़
- मथुरा
- हाथरस
- आगरा
- फिरोजाबाद
- मेरठ और आसपास के इलाके
- इन जिलों में लू चलने की चेतावनी के साथ-साथ दिन के तापमान में और वृद्धि का अनुमान है।
क्या होती है लू? क्यों है खतरनाक
लू वह स्थिति होती है जब अत्यधिक गर्म और शुष्क हवाएं चलती हैं, जो शरीर में पानी की कमी कर देती हैं। इसका असर डिहाइड्रेशन, थकावट, चक्कर और हीट स्ट्रोक के रूप में सामने आता है। खासकर बच्चे, बुज़ुर्ग और बीमार लोग इसकी चपेट में जल्दी आ सकते हैं।
लू से बचने के लिए क्या करें
- दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें
- भरपूर पानी और नींबू पानी, ORS का सेवन करें
- ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें
- बच्चों और बुज़ुर्गों को धूप से दूर रखें
- छाते और टोपी का इस्तेमाल करें
- कूलर या पंखा ना हो तो घर को ठंडा रखने के लिए खिड़कियों पर गीले परदे लगाएं
खेतों और किसानों पर क्या असर
तेज गर्मी और शुष्क हवाएं फसलों पर भी बुरा असर डाल सकती हैं। खासतौर पर आलू, गेहूं और सब्जियों की फसलें इससे प्रभावित हो सकती हैं। कृषि विभाग ने किसानों से सिंचाई बढ़ाने और फसलों को ढकने की सलाह दी है।
सरकारी अस्पतालों में अलर्ट
राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को भी सतर्क कर दिया है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों से निपटने के लिए डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ाई गई है और जरूरी दवाओं का स्टॉक किया गया है। ग्लोबल वार्मिंग का असर
विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के चलते बन रही है। हर साल तापमान में हो रही लगातार वृद्धि चिंता का विषय है और इसके स्थायी समाधान के लिए हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
क्या कहता है मौसम विभाग
- मौसम विभाग की वेबसाइट और अपडेट्स के अनुसार:
- 8–10 अप्रैल तक पश्चिमी यूपी में लू का असर बरकरार रहेगा
- पूर्वी यूपी में 9 अप्रैल से आंधी और हल्की बारिश की संभावना
- अगले सप्ताह से प्रदेश भर में थोड़ी राहत मिल सकती है
आने वाले दिन सावधानी के हैं
राज्य में पड़ रही तेज गर्मी और लू की स्थिति खतरनाक हो सकती है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से इससे बचा जा सकता है। प्रशासन से लेकर आम जन तक सभी को चाहिए कि इस चुनौतीपूर्ण मौसम में समझदारी दिखाएं। “गर्मी को हराएं, सुरक्षित रहें!”