लखनऊ पुलिस की कार्रवाई: लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) बबलू कुमार ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार, पाकिस्तान से वीजा पर आए 8 नागरिकों में से 5 को वापस भेजा जा चुका है। शेष 3 को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अन्य पाकिस्तानी नागरिकों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने के निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश में लगभग 1,800 पाकिस्तानी नागरिक विभिन्न वीज़ा पर रह रहे हैं, जिन्हें अब वापस भेजा जा रहा है। जो नागरिक निर्धारित समय सीमा के भीतर नहीं लौटेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अन्य कदम: भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं और सभी मौजूदा वीज़ा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए गए हैं। मेडिकल वीज़ा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है।
समाज की प्रतिक्रिया: देशभर में नागरिकों और धार्मिक नेताओं ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है। लखनऊ के ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने आतंकवाद के खिलाफ विशेष दुआ आयोजित करने की अपील की है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से कड़े कदम उठाए हैं। लखनऊ पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार का उद्देश्य देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश देना है।