उत्तर प्रदेश में सोने के दामों में उछाल: काशी, मथुरा, अयोध्या में 87,000 रुपये के पार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की तेजी
हाल के सप्ताहों में, वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वृद्धि मुख्यतः वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, मुद्रास्फीति की चिंताओं और निवेशकों की सुरक्षित निवेश विकल्पों की खोज के कारण हुई है। इसके अतिरिक्त, इंडस्ट्रियल सेक्टर में चांदी की बढ़ती मांग, विशेष रूप से सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और 5G नेटवर्क के विस्तार के कारण, चांदी की कीमतों में भी तेजी आई है।होली से पहले महंगा हुआ सोना-चांदी: ताजा भाव और बाजार में उछाल, जानें आपके शहर के रेट
लखनऊ मंडल का ताजा सर्राफा बाजार अपडेट
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन द्वारा 13 मार्च 2025 को जारी किए गए नवीनतम दरों के अनुसार, सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। यह दरें इस प्रकार हैं:धातु | कैरेट | प्रति 10 ग्राम मूल्य (रुपये में) |
सोना | 24 कैरेट | 88,900 |
सोना | 22 कैरेट | 86,200 |
सोना | 18 कैरेट | 78,200 |
चांदी | ज्वेलरी | 99,950 प्रति किलोग्राम |

कीमतों में वृद्धि के प्रमुख कारण
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: वर्तमान में विश्व अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सोने और चांदी की मांग में वृद्धि हो रही है।
- मुद्रास्फीति की चिंता: बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, जिससे इसकी कीमत में वृद्धि हो रही है।
- औद्योगिक मांग में वृद्धि: चांदी की औद्योगिक मांग, विशेषकर सोलर एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में, बढ़ रही है, जिससे चांदी की कीमतों में तेजी आई है।
- स्थानीय मांग का बढ़ना: शादियों और त्योहारों के सीजन के कारण स्थानीय बाजार में सोने और चांदी की मांग में वृद्धि हुई है, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ा है।
आने वाले समय में कीमतों का पूर्वानुमान
