हालांकि, बहुत से लोगों को इसके 12 स्टेप्स के बारे में जानकारी नहीं होती और वे इसके सेहत लाभ से अनजान रहते हैं। आइए जानते हैं, सूर्य नमस्कार करने से होने वाले 12 अलग-अलग फायदे के बारे में…
1. प्राणासन (प्रार्थना मुद्रा) से होने वाले फायदे
सूर्य नमस्कार में सबसे पहले प्राणासन को किया जाता है। यह आसन मानसिक शांति प्रदान करता है और तनाव व चिंता को कम करने में मदद करता है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत करता है और शरीर में संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है। साथ ही यह आसन ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है।
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यह आसन शरीर की मांसपेशियों को टोन करता है और पेट की मांसपेशियों को खिंचाव देता है। यह न केवल पेट के निचले हिस्से को मजबूती देता है, बल्कि एड़ी से लेकर उंगलियों के सिरे तक पूरे शरीर की एक्सरसाइज करता है।
3. हस्तपादासन के फायदे
यह आसन हैमस्ट्रिंग, पैरों, कंधों और बाहों की मांसपेशियों को लचीला बनाता है। इससे पीठ दर्द और कंधे की जकड़न से राहत मिलती है। नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन बढ़ता है।
4. अश्व संचालनासन के फायदे
अश्व संचालनासन करने के कई सारे फायदे होते है। यह आसन पैरों और रीढ़ की हड्डी की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसके अलावा यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और अपच व कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
5. पर्वतासन के फायदे
यह आसन मन को शांति प्रदान करता है और शरीर की चर्बी को कम करने में सहायक है। यह मांसपेशियों के दर्द को दूर करता है, ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है और फेफड़ों को मजबूती देता है।
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अष्टांग नमस्कार सूर्य नमस्कार का छठा आसन होता है। यह इम्यूनिटी को बढ़ाकर शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाता है। यह रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाता है और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इस एक आसन से शरीर के आठ अंगों को लाभ मिलता है।
7. भुजंगासन के फायदे
यह आसन शरीर का लचीलापन बढ़ाने के साथ मूड को बेहतर बनाता है। यह कंधों, छाती, पीठ और पैरों की मांसपेशियों को फैलाता है और तनाव व थकान को दूर करता है। इस आसन के करने से हृदय स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। भुजंगासन वजन घटाने के लिए भी यह फायदेमंद होते है।
8. अधोमुख श्वानासन के फायदे
अधोमुख श्वानासनके करने से सर से लेकर पांव तक कई सारे फायदे होते है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और उसमें रक्त संचार को सुधारता है। महिलाओं को मेनोपॉज के लक्षणों से निपटने में यह आसन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
9. दंडासन करने के फायदे
यह आसन कंधों और छाती को मजबूत बनाता है और शरीर की मुद्रा को सुधारने में भी लाभकारी होते है। दंडासन को करने से पीठ की मांसपेशियों को आराम मिलता है। इस योगासन ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है।
10. हस्तपादासन के फायदे
यह योगासन नींद न आने की बीमारी को दूर करने, ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से राहत देने और सिरदर्द व चिंता को कम करने के लिए बेस्ट माना जाता है।
11. हस्त उत्तानासन फायदे
शरीर की थकान को दूर करने के लिए हस्त उत्तानासन बेस्ट माना जाता है। यह शरीर की थकान को दूर करता है और अस्थमा, पीठ दर्द व थकान जैसी समस्याओं में राहत देता है। यह पाचन को सुधारता है और छाती के विस्तार के कारण शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है।
12. ताड़ासन के फायदे
ताड़ासन, सूर्य नमस्कार का सबसे बेस्ट पोजीशन होता है। यह आसन जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत करता है। इसके नियमित अभ्यास से इमोशनल बैलेंस कंट्रोल में रहता है और कूल्हों व पेट की मांसपेशियां को टोन करती है।