नवंबर-दिसंबर में टैरिफ बढ़ाने की संभावना
एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, ये टेलीकॉम कंपनियां साल 2025 के अंत यानि नवंबर से दिसंबर के बीच टैरिफ बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। इस संभावित बढ़ोतरी का असर प्रीपेड और पोस्टपेड, दोनों ही यूजर्स पर पड़ेगा।
टैरिफ हाइक के पीछे क्या है वजह?
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन की एनालिसिस के अनुसार, कंपनियां अपनी कमाई को बढ़ाने, 5G नेटवर्क के विस्तार और लाभ को बनाए रखने के लिए रिचार्ज दरों में बढ़ोतरी करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रिचार्ज प्लान्स की कीमतें 10 से 20 फीसदी तक बढ़ सकती हैं।
पहले भी बढ़े हैं मोबाइल प्लान्स के रेट
जुलाई 2024 में भी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने प्लान्स की दरें बढ़ाई थीं, जिसे अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी माना गया। अगर इस साल फिर से दाम बढ़ते हैं, तो यह छह सालों में चौथी बार होगा जब उपभोक्ताओं को टैरिफ हाइक झेलनी पड़ेगी। ये भी पढ़ें- क्या ₹2000 से ज्यादा के UPI ट्रांजैक्शन्स पर लगेगा GST? जानिए सरकार का जवाब कितना बढ़ सकता है खर्च?
मान लीजिए कि फिलहाल 239 रुपये वाला प्रीपेड प्लान 20% तक महंगा होता है, तो उसकी नई कीमत लगभग 287 रुपये हो सकती है। इसी तरह 719 रुपये वाला पोस्टपेड प्लान बढ़कर करीब 860 रुपये तक पहुंच सकता है। इसका सीधा असर यूजर्स के मासिक बजट पर पड़ेगा।