कोटा के सरस्वती कॉलोनी के वार्ड 27 में एक गंभीर घटना सामने आई है। यहां एक गाय ने 4 साल के बालक को सींग से उठाकर उछाल दिया और पैरों से कुचल दिया। इस पूरी घटना का वीडियो कॉलोनी के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कोटा को कैटल फ्री सिटी बनाने का दावा फिर हवा होता दिखा है।
घटना 13 फरवरी की बताई जा रही है। बालक हार्दिक दोपहर के समय घर के बाहर खेल रहा था। तभी अचानक एक गाय और बछड़ा गली में घुस आए। गाय ने हार्दिक को सींगों से उठाकर सड़क पर फेंक दिया, फिर उसे पैरों से कुचल दिया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि गाय हार्दिक को सींग से उठाकर तीन से चार बार फेंकती है और फिर उसे पैरों से रौंदकर भाग जाती है। बच्चे के चिल्लाने पर आसपास के लोग उसकी मदद के लिए दौड़े, उसे उठाकर तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। हार्दिक को सिर और पैरों में गंभीर चोटें आईं हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने घटना के बाद नगर निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। उनका कहना है कि मवेशियों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। यदि नगर निगम ने जल्द ही इस मामले पर कार्रवाई नहीं की तो आने वाले समय में ऐसे हादसे और भी बढ़ सकते हैं।
… इधर नहर में गिरा सांड, 3 घंटे में निकाला
वहीं कोटा के कुन्हाड़ी क्षेत्र के पार्श्वनाथ कॉलोनी के पास स्थित नहर में एक सांड गिर गया। सांड करीब 3 घंटे तक नहर में फंसा रहा और बार-बार बाहर निकलने की कोशिश करता रहा। स्थानीय निवासी दीपक सुमन ने बताया कि सांड नहर के गहरे पानी में गिराने से घबराया हुआ था। स्थानीय लोगों ने उसे निकालने की कई बार कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद नगर निगम की गोताखोर रेस्क्यू टीम को सूचित किया गया, और वार्ड 50 के पार्षद राकेश सुमन पुटरा की पहल पर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। 15 लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार सांड को बालिता रोड़ के पास वाली पुलिया के पास स्थित नहर से बाहर निकाला गया।
सूचना देकर भी मवेशी नहीं पकड़े जाते हैं तो मुझे बताएं
किसी नागरिक ने निगम में शिकायत की है और टीम ने निराश्रित मवेशियों को पकड़ा नहीं है, तो संबंधित व्यक्ति मेरा नंबर निगम कार्यालय से प्राप्त कर इसकी जानकारी मुझे दे। इसके बाद वह अपनी टीम को तुरंत निर्देश देंगे, ताकि इस समस्या को शीघ्र दूर किया जा सके। निगम आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि नागरिकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
कॉलोनीवासी हिमांशु सिंह ने बताया कि कई बार नगर निगम को शिकायत की गई कि कि क्षेत्र में निराश्रित गायों और सांडों का आतंक बढ़ गया है। बावजूद इसके नगर निगम ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। कॉलोनी की सकड़ी गलियों में मवेशियों के घुसने से बच्चों ही नहीं बल्कि बुजुर्गों के लिए भी खतरा रहता है। पहले भी कई बार मवेशियों के हमले में लोग चोटिल हुए हैं। उन्होंने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
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