प्रार्थी एवं महिला के पिता नर्मदा ने पुलिस को बताया कि नगर पंचायत झगराखांड में नौकरी करता है। मैंने बड़ी बेटी संध्या की शादी वर्ष 2017 में अपने ही वार्ड नंबर- 8 छिन्दी दफाई झगराखांड के रंजीत बसोर के साथ सामाजिक रीति रिवाज के साथ किया था। उसकी 2 बेटी और 1 बेटा है। उसका पति शंका कर शराब पीकर
मारपीट करता था।
घटनातिथि 11 मार्च सुबह करीब 9.30 बजे बहू के पास फोन कर दमाद रंजीत बसोर बोला, कि सुबह लकड़ी लेने नर्सरी जंगल आए थे। मेरी पत्नी गिर कर बेहोश हो गई है। पानी लेकर जाओ। तब बहू लक्ष्मी, मेरा भाई दुर्गा एवं बेटा सावन बाइक से पानी लेकर जंगल गए। पीछे-पीछे मैं भी सीतला मंदिर के पास नर्सरी जंगल गया। तब तक बेटी संध्या को लेकर आ रहे थे। जो बेहोश थी। जिससे सीएचसी मनेन्द्रगढ लेकर गए। जहां डॉक्टर ने संध्या को मृत घोषित कर दिया।
प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि हम लोग दमाद से पूछे तो वह बताया कि डंडे से मारपीट की थी। संध्या के शव को देखने पर जगह-जगह चोट लगी है। दमाद रंजीत बसोर ने मेरी बेटी संध्या की हत्या की है। मामले में आरोपी पति के खिलाफ धारा 103(1) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।