प्रमुख मार्गों पर चयनित थानों में पार्किंग सुविधा
डीएसपी यातायात ने बताया कि इंदौर, भोपाल, खंडवा और खरगोन से ओंकारेश्वर आने वाले मार्गों पर 10-10 थानों का चयन किया जाएगा, जहां प्रत्येक स्थान पर कम से कम 1,000 वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी। इन थानों का खंडवा ट्रैफिक थाना से सीधा संपर्क रहेगा। जैसे ही ओंकारेश्वर में भीड़ बढ़ेगी, इन थाना क्षेत्रों में वाहनों को रोककर पार्किंग में खड़ा किया जाएगा, जिससे मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक जाम न हो।
ई-बस व ई-रिक्शा से होगी श्रद्धालुओं की आवाजाही
ट्रैफिक प्लान के तहत, इंदौर-इच्छापुर हाईवे से मोरटक्का बायपास को जोड़ने वाले ढाई किलोमीटर के मार्ग के दोनों ओर पार्किंग व्यवस्था की जाएगी। यहां से श्रद्धालुओं को ई-बस से कोठी तक और फिर ई-रिक्शा से ओंकारेश्वर तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 50 ई-बस और 200 ई-रिक्शा की व्यवस्था का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा, मोरटक्का से कोठी के बीच भी पार्किंग स्थल तलाशे जा रहे हैं। 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना
सिंहस्थ 2028 के दौरान उज्जैन और ओंकारेश्वर में करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उज्जैन की तुलना में ओंकारेश्वर छोटा नगर है, जिससे यहां भीड़ प्रबंधन और पार्किंग की चुनौतियां बढ़ सकती हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए खंडवा यातायात पुलिस ने एक विस्तृत योजना तैयार की है। इसके तहत, ओंकारेश्वर में एक स्थायी ट्रैफिक थाना स्थापित करने और मल्टी-लेवल पार्किंग बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
यह भी पढ़े –
भाजपा शासित राज्यों में दिखा थीमैटिक बजट ट्रेंड, एमपी कितना आगे, कहां पिछड़ा निर्माण कार्यों में लगेंगे दो साल
डीएसपी यातायात आनंद प्रकाश सोनी ने बताया कि मल्टी-लेवल पार्किंग और अन्य निर्माण कार्यों को पूरा करने में करीब दो साल लग सकते हैं। इसलिए सभी प्रस्ताव पहले से तैयार किए जा रहे हैं, ताकि सिंहस्थ से पहले कार्य पूरे किए जा सकें।
सड़क चौड़ीकरण और अन्य विकास कार्य
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में सड़कों के चौड़ीकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी तरह की बाधा न आए। सिंहस्थ के लिए ओंकारेश्वर में 600 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसमें सड़क चौड़ीकरण कार्य को स्वीकृति मिल चुकी है। इसके अलावा, पुलिस विभाग को 28 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिससे पुलिस बैरक, थाना उन्नयन और अन्य विकास कार्य किए जाएंगे।