यह भी पढ़ें:
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की जरूरत, ठगी के साथ कर रहे ब्लैकमेल भी… ग्राम बुचीपारा निवासी गणेशराम धुर्वे (57) निवासी जो शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ग्राम माठपुर में प्रधान पाठक के पद पर कार्यरत है। उन्होंने कुकदुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि उसके नाम पर लगभग 17 एकड पैतृक कृषि भूमि है। जुलाई 2024 में नेतराम डहरिया उसके स्कूल ग्राम माठपुर में आकर बताया कि वह बैंक से केसीसी
लोन स्वीकृत कराता है। तब नेतराम डहरिया केसीसी लोन की इच्छा जाहिर की। कुछ दिनों बाद नेतराम डहरिया अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर पुन: मेरे स्कूल ग्राम माठपुर आया जिसे वह एक्सीस बैंक के साहब होना बताया। फिर ये लोग मुझसे मेरे कृषि भूमि का बी-1 नक्शा, खसरा व किसान पर्ची को हस्ताक्षर करवाकर मांगे तो उन्हें हस्ताक्षर कर दे दिया।
अगस्त में नेतराम डहरिया और उसके साथ 3 अन्य घर आए जिसे नेतराम डहरिया एक्सीस बैंक कवर्धा का कर्मचारी होना बताया। इसमें गिरीश वर्मा ने बताया कि केसीसी लोन पास हो गया है। बैंक खाता एक्सीस बैंक में खुला है। उसका एटीएम और चेकबुक को देने के लिए बैंक के कर्मचारी आए हुए हैं। फिर नेतराम अपने साथ लाये कुछ कागजों में हस्ताक्षर कराया।
वहीं उसके मोबाईल फ़ोन को मांगकर कुछ देर तक चलाया। उसके बाद एटीएम कार्ड व चेकबुक दिए। एटीएम कार्ड, चेकबुक लिफाफा में बंद नहीं होने से मुझे आशंका हुआ। इस पर पूछा कि इतना जल्दी लोन पास कैसे हो गया व एटीएम कार्ड व चेकबुक कैसे आ गया। मैं इसे नहीं रखूंगा।
बैंक जाने पर हुआ खुलासा
प्रधानपाठक ने बैंक शाखा में जाकर चेकबुक, पासबुक व एटीएम कार्ड को ले लूंगा। तब सभी लोग वापस चले गये। उसके कुछ दिन बाद एक्सीस बैंक कस्टमर केयर मुंबई से फ ोन आया जो मुझे बताया कि मेरा केसीसी लोन राशि 16 लाख 50 रुपए पास हो गया है। 17 सितंबर 2024 को एक्सीस बैंक शाखा कवर्धा पहुंचा। वहां केसीसी का पासबुक को लेनदेन का विवरण प्रिंट सहित दिया। खाता का अवलोकन किया तो पता चला कि 16 लाख 50 हजार रुपए को एटीएम, ऑनलाईन के माध्यम से आहरण कर लिया गया है। खाते में एक भी पैसा शेष नहीं है। इस संबंध में बैंक मैनेजर के पास जाकर उसे बताया तो वह अपने केसीसी करने वाले कर्मचारी, एटीएम व चेकबुक रखकर मेरे घर जाने वाले कर्मचारी को बुलाए। उन्हें देखकर पहचाना, उनका नाम भागीरथी व आकाश होने की जानकारी हुआ। बैंक मैनेजर ने प्रार्थी को थाना जाकर बैंक कर्मचारियों के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराने की सलाह दी। प्रार्थी बैंक से बाहर निकला तो बैंक के वहीं दोनों कर्मचारी भागीरथी व आकाश मेरे पास आये और मुझसे निवेदन करने लगे कि आप कुछ दिन और रूक जाओ आपका पैसा हम लोग वापस कर देंगे। फि र मैं अपने घर वापस आ गया। दूसरे दिन 18 सितंबर 2024 को नेतराम डहरिया, गिरीश वर्मा स्कूल आये और गिरीश वर्मा ने अपने साथ लाये स्टाप पेपर में लिखित में दिया 28 नंवबर 2024 तक पूरे को मेरे बैंक खाता में जमा कर एनओसी प्रदान कर देगा। लेकिन इनके द्वारा पीड़ित के रुपए वापस नहीं किए। इसके चलते पीड़ित ने कुकदुर थाना में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ लिखित शिकायत किया।