CG News: दुर्घटनाओं का कारण भी
हरे-भरे पेड़ सड़क के दोनों ओर घेरे हुए है जिसमें
सूरज की किरणें भी जमीन तक नहीं पहुंचतीं है। कई यात्रियों के लिए कुछ समय के लिए पेड़ की छांव में रुकना अब दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहा हैं। स्थानीय निवासी बताते हैं कि हल्की हवा चलने पर पेड़ की बड़ी-बड़ी डालियाँ टूटकर सड़क पर गिर जाती हैं। कई बाइक सवार चोटिल भी हो चुके हैं। ट्रैक्टर, ऑटो जैसे छोटे वाहन को भी नुकसान पहुंचा है।
स्थायी योजना बनें
विशेषज्ञों के मुताबिक जिन पेड़ों की जड़ें कमजोर हैं या जिनकी टहनियां सूख चुकी हैं उन्हें हटाकर सुरक्षित प्रजातियों के नए वृक्ष लगाए जाएं। मौजूदा पेड़ों की देखरेख के लिए स्थायी योजना बने। प्राकृतिक सौंदर्य हमारे जीवन का हिस्सा है। लेकिन जब यही सौंदर्य किसी की जान का खतरा बन जाए तो उस पर ध्यान देना ज़रूरी हो जाता है। चिखली-दौड़दे कादर मार्ग की यह हरियाली अगर सही देखभाल की जाए तो यह ना सिर्फ राहत देगी बल्कि हादसों से भी बचाएगी।
छंटाई और देखभाल की जरूरत
CG News: दौड़दे कादर के बुजुर्ग ने बताया कि ये पेड़ हमारे बचपन से हैं, इनसे हमें प्यार है। लेकिन अगर इनकी छंटाई और देखभाल नहीं होगी तो ये किसी की जान भी ले सकते हैं। वहीं प्रशासन ने अब तक न कोई चेतावनी बोर्ड लगाए, न ही इन पेड़ों की नियमित छंटाई करवाया गया है। ग्रामीणों की मांग है कि
वन विभाग और लोक निर्माण विभाग पखांजूर पेड़ों की स्थिति का सर्वे कर मरमत करें।