हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार पुलिसकर्मियों ने होली नहीं खेली। उन्होंने इसे सरकार के प्रति गहरी नाराजगी का संकेत बताया और कहा कि मैं राजस्थान के लोगों को जगाने का काम कर रहा हूं। अगर जनता का जमीर जाग गया, तो वे अपने हक के लिए जरूर लड़ेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को भी पुलिसकर्मियों के समर्थन में होली नहीं खेलनी चाहिए थी। उनका मानना था कि जब पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारों के लिए होली का बहिष्कार किया, तो अधिकारियों को भी एकजुटता दिखानी चाहिए थी।
‘किरोड़ी लाल लड़े बिना नहीं रह सकते’
कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बारे में हनुमान बेनीवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किरोड़ी लाल मीणा एक ऐसे नेता हैं, जो लड़े बिना नहीं रह सकते। उन्हें कितना भी बड़ा पद दे दो, यहां तक कि मुख्यमंत्री भी बना दो, फिर भी वे लड़ाई जारी रखेंगे। बता दें, उनके इस बयान को किरोड़ी लाल मीणा और सरकार के बीच बढ़ते मतभेदों से जोड़कर देखा जा रहा है।
भर्ती घोटालों की जांच की मांग की
प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं और पेपर लीक के मुद्दे पर बेनीवाल ने कहा कि 2018 से अब तक जितनी भी भर्ती परीक्षाएं हुई हैं, उन सभी की गहराई से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बार भर्तियों में घोटाला होता है, लोग पकड़े जाते हैं, लेकिन भर्ती रद्द नहीं होती। मैं कोर्ट से भी अपील करूंगा कि इस फर्जीवाड़े को रोका जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को वे लोकसभा में भी उठाएंगे, ताकि राजस्थान में निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया लागू हो सके। हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल किया कि सरकार ने जो वादे किए थे, वे कब पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जनता से वादे किए हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
केजरीवाल भी मीडिया सपोर्ट से बने थे CM
मीडिया की ताकत पर बोलते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर किसी आंदोलन को मीडिया का समर्थन मिलता है, तो वह और मजबूत होता है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उदाहरण देते हुए कहा कि केजरीवाल भी मीडिया सपोर्ट से सीएम बने थे। मैं भी युवाओं के हक के लिए लगातार संघर्ष कर रहा हूं और मेरा समर्थन करने वाले युवा खुद अपने पैसों से तेल भरवाकर मेरे साथ चल रहे हैं।