Cyber Crime: जोधपुर पुलिस को मिली कामयाबी, साइबर ठगों के सिम सप्लायर गिरफ्तार, मजदूरों को बनाते थे शिकार
Rajasthan Cyber Crime: पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, 31 मोबाइल फोन, 1 चेक बुक, 104 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, 9 हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक, आधार, पैन कार्ड और हिसाब की डायरी जब्त की है।
राजस्थान की जोधपुर पुलिस ने फर्जी सिम एक्टिवेट कर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाने वाली गैंग का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों ने अब तक साइबर ठगों को करीब 300 फर्जी सिम उपलब्ध करवाई। इन फर्जी सिम के जरिए करीब 50 लाख की साइबर ठगी की वारदातों का पता चला है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, 31 मोबाइल फोन, 1 चेक बुक, 104 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, 9 हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक, आधार, पैन कार्ड और हिसाब की डायरी जब्त की है। पुलिस टीम ने सांगरिया फांटा राधा कृष्ण विहार निवासी राहुल कुमार झा (30) पुत्र रमन झा और उसके साथी सांगरिया इंद्रा नगर निवासी मोहम्मद इकबाल (25) पुत्र इब्राहिम अली तेली को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज ने बताया कि सूचना मिली थी कि सालावास रोड पर राहुल मोबाइल वाला फर्जी सिम जारी करता है। इसके बाद बासनी थाना अधिकारी नितिन दवे और हेड कांस्टेबल प्रेम चौधरी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने फर्जी आईडी पर लिए गए सिम नंबरों की जांच की तो पता चला कि एक-एक व्यक्ति के नाम से चार से पांच सिम हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी मजदूरों को अपने जाल में फंसाते थे।
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अब तक 50 लाख की ठगी
जब भी कोई मजदूर उसकी दुकान पर नई सिम लेने आता था तो आरोपी राहुल सिम एक्टिवेट करने के बहाने उसे कई बार दुकान पर बुलाता था। हर बार मजदूर का फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड और फोटो ले ली जाती थी। इसके बाद एक ही मजदूर के नाम से कई सिम जारी कर दी जाती थी। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि अब तक 300 सिम फर्जी तरीके से एक्टिवेट कर साइबर ठगी करने वाले भरतपुर और मेवात की गैंग को सप्लाई की है। जांच में पाया गया कि इन सिम से अब तक 50 लाख की साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया गया है।