महिला ने ट्यूशन टीचर को बता दी थी पूरी बात झांसी के बंगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कचनेव की रहने वाली युवती की शादी मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के लुहरगांव में एक व्यक्ति के साथ लगभग 7 साल पहले हुई थी। शादी से युवती को एक पुत्र व एक पुत्री है। बेटे को ट्यूशन पढ़ाने के लिये एक युवती घर पर आती थी। इससे युवती बेटे की ट्यूशन टीचर के बीच दोस्ताना संबंध हो गए। युवती अपनी हर बात ट्यूशन टीचर से शेयर करने लगी। एक दिन उसने ट्यूशन टीचर को बताया कि वह अपने एक रिश्तेदार से प्रेम करती है। इस प्रेम-प्रसंग के बारे में उसने सब कुछ ट्यूशन टीचर को बता दिया। ट्यूशन टीचर ने भी उसके प्रेम-प्रसंग में साथ देना शुरू कर दिया।
टीचर को दिलाई थी स्कूटी जब यह बात युवती के प्रेमी को पता चली तो अपनी प्रेमिका से मिलने का उसे माध्यम मिल गया। किसी को शक न हो, इसके लिये उसने ट्यूशन टीचर को एक स्कूटि दिला दी, जिससे टीचर के साथ उसकी प्रेमिका उसके मिलने आसानी से आ-जा सके। युवती को जब भी अपने प्रेमी से मिलने जाना होता था तो वह ट्यूशन टीचर के साथ चली जाती थी। यह सिलसिला लगभग 1 साल तक चलता रहा। ट्यूशन पढ़ाने वाली युवती ने बताया कि 9 जून को महिला ने उसके साथ बाहर चलने की योजना बनायी। पर शर्त रखी कि वह इसके बारे में किसी को कुछ नहीं बताएगी। 9 जून को महिला ने अपने बैंक से 25 हजार रुपये निकाले। घर से जेवर आदि लेकर अपनी 2 साल की बच्ची को लेकर वह ट्यूशन टीचर के साथ बस से झांसी पहुंची। झांसी के बस स्टैंड पर उसे उसका प्रेमी मिल गया। प्रेमी ने यहां उसे एक नया मोबाइल फोन दिया।
प्रेमी के न पहुंचने पर घबराहट में उगल दिया राज बस स्टैंड से तीनों वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां प्रेमी ने प्रेमिका व उसकी ट्यूशन टीचर को मेहंदीपुर जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। ट्यूशन टीचर ने बताया कि महिला के प्रेमी का बाद में मेहंदीपुर पहुंचने की योजना थी, इसलिये वह उनके साथ नहीं आया। वह दोनों मेहंदीपुर पहुंचीं, वहां एक मंदिर के बगल में स्थित होटल में कमरा लेकर रूक गयी। बताया कि प्रेमी के मेहंदीपुर नहीं पहुंचने पर वह घबरा गयी और उसने अपने परिजनों को पूरे मामले से अवगत करा दिया। जैसे ही इस बात की जानकारी दोनों युवतियों के परिजनों को हुई, उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी।
चलती ट्रेन से लगा दी छलांग दोनों के परिजन पुलिस के साथ मेहंदीपुर पहुंचे। उन्हें लेकर वापस ट्रेन से आ रहे थे। प्रेम- प्रसंग का मामला उजागर हो जाने पर मृतका किसी से आंखें नहीं मिला पा रही थी। ट्रेन जब राजस्थान के बांदीपुर स्टेशन के पास थी, तभी युवती ने चलती ट्रेन से छलांग लगा दी, इससे उसकी मौत हो गयी।
ऐसे चला पता मृतका के प्रेम-प्रसंग की पूरी जानकारी उसके बेटे को पढ़ाने आने वाली ट्यूशन टीचर को थी। मेहंदीपुर तक पहुंचने में भी ट्यूशन टीचर ने महिला का पूरा साथ दिया था, लेकिन वह उस समय घबरा गयी, जब महिला का प्रेमी मेहंदीपुर नहीं पहुंचा। उसे लगा कि प्रेमी के नहीं पहुंचने पर वह कहीं फंस न जाये, इस पर उसने अपने परिजनों को महिला व उसके प्रेमी के बारे में सब कुछ बता दिया। इस पर युवती के परिजन और मृतका के ससुराल व मायके पक्ष के लोग पुलिस के पास पहुंचे। रानीपुर चौकी प्रभारी से पुलिस व दोनों युवती के परिजन 10 जून की रात लगभग 2 बजे मेहंदीपुर पहुंचे। होटल में दोनों युवतियां उन्हें सुरक्षित मिलीं। 11 जून की सुबह परिजन दोनों युवतियों को लेकर ट्रेन से घर के लिये निकले। पर, रास्ते में ही मृतका ने ट्रेन से कूदकर आत्महत्या कर ली।
महिला के मायके पक्ष ने बुलाई पुलिस मृतका का पोस्टमार्टम राजस्थान के बांदीपुर में हुआ। पोस्टमार्टम के बाद परिजन उसका शव लेकर 12 जून की रात लगभग 10 बजे लुहरगांव पहुंचे। यहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। बेटी का अंतिम संस्कार करने के बाद उसके परिजनों ने यूपी 112 पर सूचना दे दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप- प्रत्यारोप के बीच पुलिस मृतका के प्रेमी व ट्यूशन टीचर को पूछताछ के लिये अपने साथ ले गयी। बताया गया कि पूछताछ करने के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।