आखिरकार एसडीएम की अनुमति से शव को कब्र से निकाला और शव का पोस्टमार्टम कराया। शार्ट पीएम में पता चला कि युवक की हत्या की गई है और शव को दफना दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों का बयान लेकर बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक रिमांड में भेजने की तैयारी कर रही है।
लोमहर्षक घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का आलम है। सक्ती जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र इन दिनों बेहद सुर्खियों में है। शुक्रवार को जहां एक युवक की बेदम पिटाई कर निर्वस्त्र कर पीटने का मामला सामने आया था। फिर दूसरे दिन शव को जमीन में दफनाने की घटना सामने आई है। मालखरौदा थाना क्षेत्र के गांव चारपारा निवासी अरविंद भारती ने मुखबिरी कर पुलिस को बताया कि संदीप भारती नाम के युवक की उसके ही बड़े भाई करण भारती ने उसकी
हत्या कर अपने ही घर में दफना दिया है। वारदात को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया है।
घटना की सूचना पाते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। तत्काल मामले की सूचना एसपी अंकिता शर्मा को दी। वहीं शव को कब्र से निकालने के लिए एसडीएम से अनुमति ली गई और शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया।
कमाने खाने जाता है परिवार
यह परिवार गरीब वर्ग का है। पूरे परिवार के लोग कमाने खाने बाहर जाते हैं। एक भाई अब भी कमाने खाने के लिए बाहर गया है। फिलहाल हत्या के पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया है। शनिवार को जब शव को कब्र से निकाला जा रहा था तो पूरे ग्रामीणों की भीड़ घटना स्थल में उमड़ पड़ी थी। मां ने ही किया मामले का खुलासा
मृतक संदीप भारती की मां ने ही अपनी सहेलियों को गुपचुप तरीके से बताया कि उसके बेटे की हत्या हो गई है और उसके शव को उसी के निर्माणाधीन मकान में दफना दिया गया है। महिला ने यह भी बताया कि बेटे की हत्या होने से उसे रात में नींद नहीं आ रही है। वह रात-रातभर जगती है।
इसलिए दिया वारदात को अंजाम
बड़े भाई ने छोटे भाई को इसलिए मारा क्योंकि दोनों के बीच आए दिन विवाद होते रहता था। शराब पीकर आए दिन दोनों के बीच लड़ाई झगड़ा होते रहता था। आखिरकार करण भारती ने अपने छोटे भाई संदीप भारती की हत्या कर घर में ही दफना दिया है। आखिरकार मामले का खुलासा हो गया और आरोपी करण भारती को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा जाएगा। मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम चारपारा में हत्या कर शव को दफना देने का मामला सामने आया था। कब्र से शव को निकाला गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिए हैं। – मनीष कुंवर, एसडीओपी सक्ती