इस तरह का रहा है रेल सुविधा विस्तार का मामला
मीटर से ब्रॉडगेज होने के बाद यात्री गाड़ी के बाद पहली ट्रेन जोधपुर गांधीधाम ही शुरु हुई। उसके अलावा बीकानेर दादर ट्रेन भी शुरु हुई। दोनों ट्रेन सप्ताह में क्रमश: तीन और दो दिन चलती है। 15 साल के ब्रॉडगेज के सफर में वर्तमान में दो डेमू ट्रेन चलती हैं। इसके अलावा साबरमती-जैसलमेर, जोधपुर-साबरमती, दादर-जोधपुर, बाड़मेर यशवंतपुर, भावनगर-हरिद्वार समेत अन्य ट्रेन चल रही है, लेकिन जयपुर तक सीधी ट्रेन का आज भी इंतजार है।कोई सीधी ट्रेन जयपुर के लिए नहीं
जालोर से रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोगों की आवाजाही जयपुर तक होती है। सीधी रेल सेवा नहीं होने से ज्यादातर यात्री बसों से यात्रा करते हैं। वहीं अन्य यात्री जोधपुर या फालना से यात्रा को मजबूर हैं।
जरुरत नियमित करने के साथ जयपुर तक विस्तार की
मामले में सेवानिवृत्त स्टेशन अधीक्षक गोपाल जोशी का कहना है कि जोधपुर-गांधीधाम ट्रेन लंबे समय से संचालित हो रही है। इस ट्रेन को जयपुर तक विस्तार करने की लगातार डिमांड की गई है। इस ट्रेन को नियमित करने के साथ इसे जयपुर तक विस्तार किया जाना जरुरी है। ताकि जयपुर तक सीधी कनेक्टिविटी हो सके।जयपुर के लिए सीधी रेल सेवा जरुरी
जालोर से जोधपुर तक कनेक्टिविटी बेहतर हो चुकी है, लेकिन 15 साल बाद भी जयपुर तक सीधी रेल सेवा नहीं है। नियमित रूप से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही जयपुर तक होती है। ऐसे में राजधानी तक ट्रेन जरुरी है।बद्रीदान नरपुरा, अध्यक्ष, राजस्थान किसान संघर्ष समिति
अजय ओझा, शहरवासी