कुपित हुए सूर्यदेव तो एक दिन में 3.7 डिग्री उछला पारा, जैसलमेर @ 45
स्वर्णनगरी में गर्मी अब रौद्र रूप दिखाने पर आमादा हो गई है। रविवार को इस सीजन में पहली बार पारा 45 डिग्री के मनोवैज्ञानिक स्तर को छू गया।


स्वर्णनगरी में गर्मी अब रौद्र रूप दिखाने पर आमादा हो गई है। रविवार को इस सीजन में पहली बार पारा 45 डिग्री के मनोवैज्ञानिक स्तर को छू गया। एक ही दिन में पारे में 3.7 डिग्री का उछाल आया। दोपहर में चलने वाली हवाओं ने लू का अहसास करवाया। अब तक गर्मी को लेकर ज्यादा गंभीरता नहीं दिखा रहे लोग भी अचानक बढ़ी तपिश से सकते में आ गए। दोपहर बाद सडक़ों व चौराहों पर खालीपन नजर आया। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 45 और न्यूनतम 25.5 डिग्री सै. दर्ज किया गया। लोगों को अब दिन के साथ रात में भी चैन मिलना बंद हो रहा है। घरों व प्रतिष्ठानों आदि में लगे छत पंखों से गर्म हवा मिली। कूलर व एसी ही अब राहत प्रदान करने में सक्षम नजर आते हैं। रविवार सुबह 8 बजे के बाद से ही धूप के तेवर तल्ख थे। दोपहर होते-होते तो आसमान से मानो अंगारे बरसने लगे। शहर भ्रमण पर आए विदेशी सैलानियों के लिए इतनी गर्मी असाधारण बात है। यही कारण है कि वे हाथों में छतरी थामे हुए बेहद परेशान नजर आए। शाम 5.30 बजे तक भी गर्मी ने राहत नहीं लेने दी। शहर में शीतल पेय पदार्थों विशेषकर फलों के रस, दही-छाछ जैसी वस्तुओं की बिक्री में निरंतर इजाफा हो रहा है।
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