रुद्रपाठ और हवन से गूंजा परिसर
सुबह 7 बजे से श्री गणेश मात्रक का पीठ स्थापना, पूजन, अभिषेक, श्रृंगार एवं रुद्रपाठ का आयोजन किया गया। पंडित योगेश संजय श्रीमाली के सान्निध्य में वेदपाठियों की ओर से हवन संपन्न किया गया। हवन में सपत्नीक हुकमसिंह लौद्रवा और बाबूलाल दैया ने भाग लिया। इस दौरान पूरे वातावरण में भक्ति और मंत्रोच्चार की पावन ध्वनि गूंजती रही।
समाजजनों की रही सशक्त भागीदारी
हवन की पूर्णाहुति के समय विभिन्न समाजों के अध्यक्ष, वरिष्ठजन, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी श्रद्धालुओं ने रामकुंडा परिसर स्थित समस्त मंदिरों में दर्शन लाभ लिया और हनुमंत लला का विशेष श्रृंगार दर्शन किया।
प्रसाद और महाप्रसादी का आयोजन
कार्यक्रम के समापन पर सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया और सामूहिक महाप्रसादी का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से सहभागिता की। पुजारी कमलदास वैष्णव ने बताया कि इस बार हनुमान जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं की भागीदारी अत्यधिक रही और आयोजन को भक्तों ने अपने सेवाभाव से सफल बनाया।