पेयजल व बिजली सप्लाई पर जोर
-टैंकर आपूर्ति वाले क्षेत्रों की तैयारी अभी से कर ली जाए। -नहरबंदी की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित हो।- लो व हाई वोल्टेज की समस्या से बचने के लिए पर्याप्त ट्रांसफॉर्मर लगाएं।
चिकित्सा सेवाएं मजबूत हों
-सभी अस्पतालों में कूलर, पंखे, शुद्ध पेयजल की जांच अभी से करें।- हीट वेव से बचाव हेतु दवाएं, ओआरएस, ड्रिपसेट व आपात किट उपलब्ध रखें।
बच्चों व श्रमिकों पर खास फोकस:
- स्कूलों में छात्रों को गर्मी से बचाव के उपाय सिखाएं, पानी पीने और भूखा न रहने के लिए प्रेरित करें।
- जरूरत हो तो स्कूल समय में बदलाव करें।
मनरेगा स्थलों पर छाया, ठंडा पानी, ओआरएस व दवाओं की व्यवस्था हो।
पशु-पक्षियों का भी रखें ध्यान
- गोशालाओं में चारा, पानी और छाया की पर्याप्त व्यवस्था हो।
- पक्षियों के लिए परिंडे और पेयजल की व्यवस्था करें।
जनजागरूकता सबसे जरूरी
कलक्टर ने अपील की कि लोग बिना जरूरत धूप में न निकलें। विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती और बीमार लोग सतर्क रहें। हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो तत्काल उपचार लें।बैठक में नगर परिषद, चिकित्सा, जलदाय, विद्युत, पशुपालन और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।