बिजली की बजाय ले रहे फेसिलिटेशन चार्ज
पॉलिसी में प्रावधान है कि राजस्थान में प्लांट लगाने वाली कंपनियों से कुल उत्पादित बिजली का 7 प्रतिशत हिस्सा डिस्कॉम्स ले सकता है या फिर उससे 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर रिन्यूएबल एनर्जी डवलपमेंट फेसिलिटेशन चार्ज लेंगे। इस फंड के जरिए हर साल करीब 200 करोड़ रुपए आ रहा है।मौजूदा सरकार में कंपनियों को स्वीकृत प्रोजेक्ट व आवंटित जमीन
स्वीकृति प्रोजेक्ट – क्षमता (मेगावाट) – आवंटित भूमि (हेक्टेयर) 1- एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी – 500 – 9102- अदानी ग्रीन एनर्जी – 1500 – 3297
3- अदानी ग्रीन एनर्जी – 2750.20 – 6878
4- ईडन रिन्यूएबल लि. – 150 – 300
5- एक्सएल एक्सर्गी प्रा. लि. – 100.50 – 201
6- एबीसी रिन्यूएबल – 26.98 – 81
7- जेएसडब्ल्यू रिन्य एनर्जी – 700 – 1047
8- अदानी एनर्जी होल्डिंग फोर लि. – 1500 – 3742
9- अदानी रिन्यूएबल एनर्जी होल्डिंग फोर लि. – 1500 अ 3670
10- अदानी सोलर एनर्जी बाड़मेर वन प्रा. लि. – 600 – 1337
11- अदानी हाइब्रिड एनर्जी जैसलमेर फाइव लि. – 108 – 68
12- सेरेन्टिका रिन्यूबल इंडिया – 363 – 672
13- आईबी बोगट सोलर सेवन प्रा. लि. – 81 – 162
14- एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी – 200 – 292
15- ग्रीन इन्फ्रा विंड एनर्जी लि. – 400 – 77
16- एनटीपीसी – 411 – 820
17- पूर्वाह – 80 -159
राजस्थान में मुफ्त बिजली योजना में इन उपभोक्ताओं को होगा ज्यादा नुकसान, जानें कैसे
सस्ती बिजली मिले तो बड़े फायदे…
1 – कोयला स्टॉक की समस्या खत्म होगी।2- बिजली कटौती की नौबत कम आएगी।
3- महंगी बिजली खरीद से मिलेगी राहत।