व्यापारियों ने विधायक गोपाल शर्मा को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। मौके पर पहुंचकर विधायक ने जेडीए अधिकारियों को लताड़ लगाई। विधायक ने कहा कि जेडीए में जितना भ्रष्टाचार अभी हो रहा है, मैंने 40 साल में कभी नहीं देखा। हर चीज के पैसे बंधे हुए हैं। विवाद बढ़ता देख जेडीए टीम ने डिमार्केशन की कार्रवाई रोक दी। इस पूरे घटनाक्रम के मामले में जोन उपायुक्त हेमंत कुमार से सम्पर्क किया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।
तानाशाही नहीं चलेगी: विधायक
विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि त्योहार पर जेडीए की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। शांति प्रिय लोगों के सब्र का इम्तिहान न लें। उन्होंने कहा कि जेडीए, जनता और पुलिस प्रशासन की कमेटी बनाकर योजना बनाई जाएगी। वर्षों से बसी कॉलोनियों को उजाड़ने का औचित्य नहीं है। अफसरों की तानाशाही नहीं चलेगी। जेडीए की टीम मनमानी कर रही है। टीम को सेंटर पॉइंट ही पता नहीं है। 50-50 फीट दुकानें खत्म हो रही हैं। हमारा व्यापार चौपट हो जाएगा। मनमानी की कार्रवाई नहीं करने दी जाएगी।- भवानी सिंह राठौड़, अध्यक्ष, खातीपुरा व्यापार मंडल
धक्का-मुक्की का आरोप
व्यापारियों ने जेडीए और पुलिस दस्ते पर व्यापारियों से धक्का-मुक्की के आरोप लगाए। व्यापारियों का कहना है कि पार्षद जब कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, तक पुलिस ने धक्का-मुक्की की।
यहां दिक्कत ज्यादा
सर्वाधिक निर्माण झाड़खंड मोड़ से खातीपुरा तिराहे तक हैं। यहां दुकानों ने लेकर रेस्टोरेंट तक शामिल हैं। यहां सड़क 60 से 80 फीट तक है। जबकि कागजों में 160 फीट की है। हाईकोर्ट ने बीते वर्ष नवम्बर में दिशा निर्देश दिए थे। हाईकोर्ट के आदेश की पालना में जेडीए का दस्ता डिमार्केशन के लिए पहुंचा था।