इस घटना के बाद भारी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भारी बल तैनात किया और मामले को शांत किया। शिकायत के आधार पर विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
वहीं, इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। देर रात प्रदर्शनकारियों ने विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि शनिवार तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे जामा मस्जिद के बाहर ही दोपहर की नमाज अदा करेंगे। हालांकि, पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
रफीक खान ने PM मोदी से की ये मांग
आदर्श नगर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रफीक खान ने कहा कि जयपुर हमेशा से अपनायत का शहर रहा है, अफ़सोस कि आज कुछ लोग इसे बिगाड़ने पर तुले हैं। कल जामा मस्जिद, जौहरी बाज़ार की सीढ़ियों पर चढ़कर मुस्लिम समाज को उकसाने-चिढ़ाने एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने का जो कुत्सित प्रयास विधायक बालमुकुंदाचार्य ने किया है, वह घोर आपत्तिजनक है, इसकी जितनी निन्दा की जाए कम है। पहलगाम के कायरना आतंकी हमले के कारण पूरा देश दुःखी है, आतंकवाद के खिलाफ़ एकजुट है। मगर कुछ लोग सिर्फ़ हिन्दू-मुसलमान करके देश को अंदर से कमज़ोर करने में लगे हैं। ऐसे लोगों को बता दूं कि परसों ही कश्मीर में आतंकवादियों से एनकाउंटर में सेना के हवलदार “झंटू अली शेख़” शहीद हुए हैं। देश की सुरक्षा में, देश की मजबूती में सभी का खून मिला है, इस खून में भेदभाव करना बंद कीजिए।
पूरा जयपुर शहर गवाह है कि कल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने भीड़ के साथ जामा मस्जिद के सामने आकर नारे लगाए, उसके बाद मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़कर वहां पोस्टर लगाए, और मस्जिद की सीढ़ियों पर लातें मारी! ये बेहद अशोभनीय और आपराधिक है। विधायक बनने के बाद शपथ ली जाती है कि किसी वर्ग या समुदाय से भेदभाव नहीं करूंगा, यह उसका भी उल्लंघन है।
रफीक खान ने कहा कि इससे पहले भी विधायक महोदय केवल मुस्लिम समुदाय को टार्गेट बनाकर कभी अज़ान के नाम पर, कभी हिजाब के नाम पर, कभी इमामबाड़े पर,कभी आधार कार्ड के नाम पर, कभी मोहल्लों के यूनानी डॉक्टर्स पर कभी खाने की होटलों पर… छापामारों की तरह पहुँचकर स्वयंभू और गैर कानूनी कार्यवाही करने लगते हैं।
क्या एक विधायक का यही काम रह गया है? क्या इन्हें क्षेत्र के विकास, क्षेत्र की सड़क-बिजली-पानी, सीवरेज-सैनिटेशन, चिकित्सा, शिक्षा आदि से कोई सरोकार नहीं है? उन्होंने कहा कि देश में लगभग हर शहर में मुस्लिम समाज ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान और आतंकियों की कड़ी निंदा की है। कल जुम्मे की नमाज़ के बाद पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए देशभर की मस्ज़िदों में दुआ की गई और आतंकी घटना की निन्दा भी की गई।
मैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी से पूछना चाहता हूँ कि मुस्लिम समाज आखिर किस तरह अपने आप को देशभक्त साबित करें? आपसे आग्रह है कि जयपुर सहित देशभर के मुसलमानों को सेना में शामिल कर बॉर्डर पर लड़ने के लिए भेज दें, वीर अब्दुल हमीद की तरह मुस्लिम समाज के युवा कभी पीछे नहीं हटेंगे।
इसी के साथ मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है कि हवामहल विधायक जिस तरह लगातार क्षेत्र का शहर का सौहार्द बिगड़ने में लगे हैं, जयपुर के अमन और चैन के दुश्मन बने हुए हैं, इन्हें काबू में रखें और इन पर कड़ी कार्रवाई करें।
क्या है पोस्टर विवाद का पूरा मामला?
दरअसल, शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में जौहरी बाजार क्षेत्र में विधायक बालमुकुंदाचार्य और उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया। आरोप है कि इस दौरान विधायक ने जामा मस्जिद के बाहर और सीढ़ियों पर पोस्टर लगाए और नारेबाजी की। वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए, जिससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया। विधायक के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद जामा मस्जिद और बड़ी चौपड़ क्षेत्र में जमा भीड़ तितर-बितर हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्थिति पर नजर रखे हुए है।