लगे रफ्तार के साइन बोर्ड
एक्सप्रेस-वे पर स्पीड के बोर्ड लगा दिए गए हैं। कार के लिए एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम 120 की स्पीड रखी गई है (यही स्पीड दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर भी है)। वहीं बड़े वाहनों यानी बस, ट्रकों के लिए स्पीड 80 रखी गई है। दोपहिया वाहन यहां नहीं चलेंगे। आगरा रोड पर बगराना के पास रिंग रोड से एक्सप्रेस वे शुरू हो रहा है और बांदीकुई के पास दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से इसे कनेक्ट किया है।कोल्वा गांव में रेलवे ट्रेक के ऊपर बन रहे ब्रिज में लग रहा है समय
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से तीन किलोमीटर पहले कोल्वा गांव के पास रेलवे ट्रेक के ऊपर ब्रिज बनाया जा रहा है। इस ब्रिज को पूरी तरह से तैयार होने में अभी करीब दो माह लगेंगे। एक तरफ के हिस्से को एक से डेढ़ माह में तैयार करने की कोशिश की जा रही है, जिससे इस एक्सप्रेस वे पर यातायात चालू किया जा सके। यहां काम कर रहे सेफ्टी इंजीनियर संजीव कुमार ने बताया कि रेलवे ओवरब्रिज के ऊपर दो लेन में से एक लेन तो एक से डेढ़ माह में तैयार कर देंगे। एक लेन में दो माह लगेंगे।देश में राजस्थान में सबसे महंगी औद्योगिक बिजली, सवाल- अब कैसे विकसित हो ‘म्हारो राजस्थान’
जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस वे एक नजर में
1- एक्सप्रेस वे की लंबाई 67 किमी है। बांदीकुई से सोहना तक एक्सप्रेस वे की लम्बाई 167 किमी है।2- जयपुर से सोहना तक 234 किमी हिस्से पर छोटे वाहन 120 किमी की रफ्तार से चल सकेंगे।
3- एक्सप्रेस वे बनने के बाद दिल्ली की दूरी 20 किमी कम हो जाएगी, उससे 30 से 35 मिनट कम लगेंगे।
4- दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे को एनई 4 नम्बर से जाना जाता, जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेस वे को 4 सी के नाम से जाना जाएगा।
5- नायला, आंधी, मनोहरपुर-दौसा रोड, बांदीकुई पर उतरा जा सकेगा।
6- बांदीकुई में एक्सप्रेस वे पर और जयपुर में बगराना में क्लोवर लीफ का काम इसी माह पूरा हो जाएगा।
7- क्लोवर लीफ, रेलवे ओवर ब्रिज को छोड़ छोटे-मोटे काम को छोड़ दें तो यह एक्सप्रेस वे बन कर तैयार है।
8- इसको नवम्बर 2024 तक बन जाना था, लेकिन जमीन अधिग्रहण, रेलवे की अनुमति से काम पूरा होने में समय लग रहा है।