मेट की मिलीभगत से गड़बड़ी
प्रदेश के 33 जिलों में मनरेगा कार्य चल रहे हैं। इनमें श्रमिकों की पलकों, सिर और फेस से हाजिरी की जा रही है। इसके बावजूद मेट व पंचायत के अन्य जिम्मेदारों की मिलीभगत से हाजिरी में अनियमितता की जा रही है।केस 1
एनएमएमएस पर भीलवाड़ा के आसींद ब्लॉक की ग्राम पंचायत बोरेला में 8 अप्रेल को राउमावि बोरेला में पौधरोपण में 4 में से 3 श्रमिक उपस्थित दिखाए, जबकि अपलोड फोटो में दो महिला श्रमिक हैं। फोटो भी एक ही बार अपलोड की गई।केस 2
एनएमएमएस पर अजमेर ग्रामीण ब्लॉक के दौराई पंचायत में 8 अप्रेल को चल रहे मनरेगा कार्य में दस श्रमिकों के आने की फोटो अपलोड की गई, लेकिन जाने की फोटो अपलोड नहीं की गई। दस श्रमिकों को उपस्थित दर्शाया है, फोटो में सिर्फ नौ हैं।केस 3
एनएमएमएस पर प्रतापगढ़ जिले के धामोतर ब्लॉक में 7 अप्रेल को एक स्थान पर चल रहे कार्य में पुरुष को ही साड़ी पहनाकर महिला श्रमिक बता दिया एवं छोटी सादड़ी ब्लॉक में श्रमिकों के साथ एक बच्चे का फोटो अपलोड कर रखा है।मजदूर कोई और…
जयपुर के आमेर ब्लॉक की ग्राम पंचायत अखैपुरा में पंचायत भवन का निर्माण चल रहा है। पड़ताल की तो दिसंबर-2024 से कार्य चालू बताया। मौके पर मिले मजदूरों ने माना कि वे अचरोल, खोरामीणा, आंकेड़ा डूंगर व विश्वकर्मा क्षेत्र के हैं, जबकि काली देवी, मन्नी देवी, ममता देवी, चंदा देवी, बाबूलाल की ऑनलाइन उपस्थिति दर्शाई गई थी, जो मौके पर नहीं थे।श्रमिकों की जगह अन्य मजदूर काम कर रहे है
अखैपुरा पंचायत निर्माण कार्य में नरेगा की मस्टररोल में श्रमिकों की जगह अन्य मजदूर काम कर रहे हैं तो गलत है। इसमें मेट और ग्राम विकास अधिकारी जिम्मेदार हैं तो जांच के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।– मोहित वर्मा, सहायक अभियंता पंचायत समिति आमेर
सुधार किया जाएगा
मनरेगा में राष्ट्रीय मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करने से पारदर्शिता आई है। गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं है। फिर भी कोई अनियमितताएं हो रही है तो सुधार किया जाएगा।– पुष्पा सत्यानी, आयुक्त,ईजीएस जयपुर