भारत की पत्नी बेसुध
पिता भानुप्रताप ने बताया कि घटना के बाद से भारत की पत्नी बेसुध है। वह तीन बार चौथी मंजिल से कूदने का भागी, लेकिन किसी तरह पकड़ा है। बताया कि पैसे नहीं मिले तो पता नहीं परिवार का क्या होगा।एफआइआर में नामजद नहीं
भानुप्रताप ने बताया कि मुक्ता राव के फ्लैट पर पहुंचे भारत को जब मुक्ता ने पैसे न देकर भगा दिया तो वो बहुत परेशान था। बेटे ने पूरी आपबीती मुझे फोन पर बताई और बार बार छत से कूदकर जान देने को कह रहा था। मैंने उसे ऐसा कदम नहीं उठाने को कहा लेकिन वह कूद गया। एफआइआर में पिता ने किसी को नामजद नहीं करवाया है। सुसाइड नोट रिपोर्ट के साथ ही संलग्र किया है। वहीं, एसएमएस अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजन ने शव लेने से इनकार कर दिया। एसीपी हेमेन्द्र शर्मा, थानाधिकारी विनोद कुमार देर रात तक परिजन व उनके रिश्तेदारों को शव लेने के लिए समझाते रहे।शर्तों के अनुसार समय-समय पर किया भुगतान
इस मामले पर आरएएस अधिकारी मुक्ता राव ने कहा कि हमारे मकान के सुधार कार्य के लिए 3-10-24 को इकरारनामा लिखा गया, जिसमें 21.80 लाख रुपए का कुल कार्य करना तय हुआ। हमने इकरारनामा की शर्तों के अनुसार समय-समय पर भुगतान कर दिया। जिसकी स्वीकृति भारत कुमार सैनी ने स्वयं की हस्तलिपि में हस्ताक्षर कर दी। इसके अतिरिक्त भी चार लाख रुपए उधार लिए, जिसकी लिखावट हमारे पास है। हमारा कोई भुगतान बकाया नहीं है। हमें बदनाम करके ब्लैकमेल करने के लिए पूर्व सुनियोजित आपराधिक षडय़ंत्र रचकर कृत्य किया गया।