आठ करोड़ जनता के बीच 313 आईएएस अधिकारियों के हैं पद
राजस्थान में करीब आठ करोड़ से भी ज्यादा जनसंख्या है। लेकिन सरकार चलाने के लिए सिर्फ 313 आईएएस अधिकारी ही हैं। हांलाकि सरकार हमेशा ही केंद्र को आईएएस अधिकारियों की कमी के बारे में नियमानुसार जानकारी देती रहती है, लेकिन उसके बाद भी कमी को पूरी तरह से पूरा नहीं किया जाता। वर्तमान में राजस्थान में करीब 278 आईएएस अधिकारी नियुक्त हैं। इनमें से तेरह को हाल ही में पोस्टिंग मिली है। उसके बाद भी राजस्थान में अभी 35 आईएएस अधिकारियों की कमी है। देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य में 35 आईएएस अधिकारियों की संख्या कम होना बड़ी बात है।
पिछले सप्ताह राजस्थान सरकार में 13 आईएएस हुई पोस्टिंग, अब काम सीख रहे
राजस्थान में पिछले सप्ताह ही 13 आईएएस अधिकारियों को नियुक्ति मिली है। ये 2023 बैच के अधिकारी हैं। इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों से आए युवा अधिकारी शामिल हैं। ये सभी अब राजस्थान की •ामीनी प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालेंगे। इन अधिकारियों को राजस्थान के प्रमुख जिलों जैसे जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, कोटा, अजमेर, अलवर, भरतपुर, श्रीगंगानगर, पाली, चित्तौडग़ढ़, जैसलमेर और भीलवाड़ा में इन अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। हर अधिकारी को संबंधित जिले के कलेक्टर के अधीन कार्य करना होगा, जिससे उन्हें प्रशासनिक अनुभव प्राप्त हो सके।
ये 13 अधिकारी किए गए हैं नियुक्त, सात महिला अधिकारी भी शमिल
राजस्थान ज्वाइन करने वाले 13 अधिकारियों में सात महिला अफसर शामिल हैं। इनमें दिल्ली की सृष्टि डबास, यूपी की ऐश्वर्या प्रजापति, महाराष्ट्र के रहने वाले भानु शर्मा, हिमालच के रहने वाले रोहित वर्मा, एमपी, इंदौर की रहने वाली आराधना चौहान, युपी के रहने वाले मृणाल कुमार, राजस्थान के बहरोड की रहने वाली अदिति यादव, सीकर जिले के बावड़ी के रहने वाले चौधरी बिरजू गोपाल, सिरोही जिले के रेवदर के रहने वाले रविन्द्र कुमार मेघवाल, बाड़मेर के रहने वाले मोहन लाल जाखड़, महाराष्ट्र की रहने वाली नेहा राजपूत, झारखंड की रहने वाली स्वाती शर्मा, यूपी की रहने वाली मेधा आनंद शामिल हैं।