CG Tourism Place: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर बस्तर में लाल आतंक का दायरा तेजी से सिमटता जा रहा है। सुकमा और बीजापुर के दूरस्थ गांव अब नक्सल मुक्त होने की रेस में शामिल हो चुके हैं। बदलते बस्तर के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जो डेवलपमेंट डॉक्यूमेंट तैयार करवाया है, उसमें पर्यटन को पहले नंबर पर रखा गया है।
सरकार का मानना है कि बस्तर का विकास यहां के पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने के बाद तेजी से होगा। देश-विदेश के पर्यटक यहां पहुंचें इसलिए एक स्पेशल टूरिज्म प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही इससे जुड़े काम बस्तर में होते दिखेंगे। सरकार पर्यटन केंद्रों को नए सिरे से विकसित करने के लिए टूरिज्म सर्किट बनाने जा रही है। साथ ही यहां के टूरिज्म सेक्टर में पहली बार निजी क्षेत्र का दखल भी बढ़ेगा।
इसके लिए देश-विदेश के टूर ऑपरेटर के साथ सरकार करार करेगी। देश के प्रमुख एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में बस्तर के पर्यटन केंद्रों को प्रचारित करने के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे। देश के लोगों को सरकार यह बताने की तैयारी में है कि बस्तर अब बदल चुका है और यहां पर बिना किसी भय के पर्यटन केंद्रों तक पहुंचा जा सकता है।
जहां टूरिज्म का क्रेज वहां ट्रैवल ट्रेड फेयर
छत्तीसगढ़ सरकार ऐसे राज्यों पर फोकस करेगी जहां पर टूरिज्म का क्रेज है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना के लोगों ताने के लिए संबंधित राज्यों में ट्रैवल ट्रेड फेयर लगाया जाएगा। इसके अलावा देशभर के पर्यटन सूचना केंद्रों में बस्तर के पर्यटन केंद्रों की विशेष रूप से ब्रांडिंग की जाएगी।
टूरिज्म इंडस्ट्री में आदिवासी युवाओं को मिलेगा काम
बस्तर के लिए तैयार होने जा रही टूरिज्म इंडस्ट्री में आदिवासी युवाओं को काम का मौका दिया जाएगा। सरकार उन्हें पेशेवर संस्थाओं से ट्रेंड करवाएगी। आदिवासी युवा टूरिस्ट गाइड के साथ ही अन्य काम करते नजर आएंगे। पर्यटक बस्तर के आदिवासियों के घरों में ठहर सकें इसलिए होम स्टे के मॉडल को प्रमोट किया जाएगा। इसके लिए ग्रामीणों को ट्रेंड करने की योजना बनाई जा रही है।
बस्तर दशहरा को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने पर होंगे काम
मुख्यमंत्री ने बस्तर के पर्यटन को लेकर स्पष्ट कह दिया है कि अब इसके लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा। सितंबर से मार्च के सीजन में विशेष कार्य योजना के साथ काम किए जाएंगे। साथ ही बस्तर दशहरा को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए देश-विदेश में इसकी ब्रांडिंग की जाएगी। नक्सल दहशत की वजह से पिछले कुछ वर्षों से विदेश पर्यटक बस्तर दशहरा में नहीं आ रहे थे।
गूगल मैपिंग में सुधार करवाएंगे ताकि आसान हो पहुंच
सरकार बस्तर के पर्यटन केंद्रों को लेकर पहली बार इतनी गंभीर नजर आ रही है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकार उन दिक्कतों पर भी ध्यान दे रही है जिसकी वजह से पर्यटक केंद्रों तक नहीं पहुंच पाते थे। पहली बार बस्तर के पर्यटन केंद्रों की गूगल मैपिंग में सुधार करवाया जाएगा। निजी एजेंसी का सहयोग लेकर इस काम को सरकार पूरा करवाएगी।
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