भाजपा नेता की डिग्री निकली फर्जी
कोरोना काल की पहली लहर में (2020–2021) के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी। इसी दौरान मौका पाकर शुभम अवस्थी ने भी आयुष चिकित्सक के रूप में फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्ति पा ली थी। उसके द्वारा रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से बीएएमएस की फर्जी डिग्री प्रस्तुत की गई थी। इसके बाद वह विक्टोरिया जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहा था और सरकार के द्वारा वेतन का लाभ ले रहा था।
शिकायत के बाद छोड़ दी थी नौकरी
इस मामले की शिकायत शैलेंद्र बारी के द्वारा की गई थी। जब जांच हुई तो पता चला कि शुभम ने स्वास्थ्य विभाग की नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद पुलिस की जांच भी ढीली पड़ गई। इसके बाद शैलेंद्र के द्वारा कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। कोर्ट ने सुनवाई के बाद पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए।


