समारोह के अतिथि सीरवी समाज महासभा के हुब्बल्ली-धारवाड़ क्षेत्र के प्रतिनिधि बाबूलाल सीरवी काराड़ी ने कहा कि मूक-बधिर बच्चों में भी टैलेन्ट की कोई कमी नहीं है। जरूरत केवल इस टैलेन्ट को बाहर लाने की है। ऐसे बच्चों को यदि प्रोत्साहन दिया जाएं तो निश्चित ही इन्हें आगे बढऩे से कोई रोक नहीं सकता है। समारोह के अतिथि सीरवी समाज हुब्बल्ली के अध्यक्ष लक्ष्मणराम सीरवी ने भरोसा दिलाया कि ऐसेे बच्चों के सहयोग के लिए जब भी जरूरत होगी प्रवासी समाज सदैव आगे रहेगा। इस अवसर पर प्रवीण सीरवी एवं सूरज सीरवी भी उपस्थित थे। प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने राजस्थान पत्रिका के स्थापना दिवस एवं सामाजिक सरोकार के बारे में जानकारी दी। प्रियदर्शिनी मूक-बधिर आवासीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गिरिजा नायक ने मूक-बधिर बच्चों की शिक्षा के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर नृत्य, मिमिक्री समेत अन्य प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगिता के छात्र वर्ग में शंकर कोलिवाड़, अनिल बेटागेरी, संजीव सावकर, महन्तेश होंगल, हेम रेड्डी, श्रीनिवास, बसवराज, इरण्णा, नसीर अहमद, प्रज्जवल, तरूण, श्रीगणेश ने नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके साथ ही छात्रा वर्ग में रेणुका कटिकार, नीलिमा, लक्ष्मी, भीमवा, श्रीनिधि, निहारिका, श्रुति एवं सुधा की नृत्य की प्रस्तुति सराहनीय रही। नसीर अहमद ने मिमिक्री पेश की। अतिथियों की ओर से सभी प्रतिभागियों को उपहार एवं मिष्ठान का वितरण किया गया।