Tulsi kadha : इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक
तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। यह शरीर को बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से बचाने में मदद करता है। खासकर मानसून के दौरान, जब संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, तब तुलसी का सेवन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
Tulsi kadha : सर्दी, खांसी और गले की खराश में कारगर
तुलसी का काढ़ा गले की खराश, खांसी और जुकाम को ठीक करने में बेहद असरदार होता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व म्यूकस (बलगम) को कम करने में मदद करते हैं, जिससे सांस लेने में राहत मिलती है।
Tulsi kadha : तनाव और चिंता को कम करने में मददगार
तुलसी में एडाप्टोजेन गुण होते हैं, जो मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से तुलसी का काढ़ा पीने से दिमाग शांत रहता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है
अगर आपको पेट में गैस, अपच या कब्ज की समस्या होती है, तो तुलसी का काढ़ा एक प्राकृतिक समाधान हो सकता है। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होता है।
सांस से जुड़ी समस्याओं में राहत
अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं में तुलसी का काढ़ा पीने से काफी राहत मिलती है। तुलसी की पत्तियां फेफड़ों को साफ करने में मदद करती हैं और सांस की नली में जमा बलगम को बाहर निकालती हैं।
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तुलसी का काढ़ा पीने से शरीर के अंदरूनी विषाक्त तत्व बाहर निकलते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनती है। यह मुंहासों और त्वचा संक्रमण को कम करने में भी मदद करता है।
तुलसी का काढ़ा बनाने की विधि Method of making Tulsi kadha
सामग्री: 5-6 तुलसी की ताजा पत्तियां 1 कप पानी ½ चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक (वैकल्पिक) 2-3 काली मिर्च (पिसी हुई) स्वाद के लिए शहद (वैकल्पिक) विधि: तुलसी की पत्तियों को अच्छे से धो लें। एक कप पानी को गैस पर रखें और इसमें तुलसी की पत्तियां डालें। इसमें अदरक और काली मिर्च डालें और 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें।
गैस बंद कर दें और मिश्रण को छान लें। स्वाद के लिए शहद मिलाकर गुनगुना पीएं। सावधानियां और महत्वपूर्ण बातें
अगर आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं या कोई दवा ले रहे हैं, तो तुलसी का काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को तुलसी का काढ़ा देने से पहले विशेषज्ञ की राय लेना जरूरी है। अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में जलन या एसिडिटी हो सकती है, इसलिए संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन करें।
तुलसी का काढ़ा एक प्राकृतिक औषधि है, जो न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाता है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करता है। अगर इसे सही तरीके से और उचित मात्रा में लिया जाए, तो यह सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। आप भी इस आसान और असरदार घरेलू नुस्खे को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें!
डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।