क्या होती है ये आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज़? (What is this isometric exercise?)
आइसोमेट्रिक का मतलब है “बिना हिले-डुले मांसपेशियों को मज़बूत करना”। इसमें आपकी मांसपेशियां तो काम करती हैं, पर आपके जोड़ (जैसे कोहनी या घुटना) नहीं हिलते। इससे आपके शरीर में खून का दौरा अच्छा होता है और आपका दिल सेहतमंद रहता है।घर पर करें ये 5 आसान कसरत: (Simple Home Exercises to Reduce High BP)
हाथ की पकड़ (Hand Grips):

– दोनों हाथों से 2 मिनट तक पकड़े रहें, फिर 1 से 4 मिनट का आराम करें।
इसे 4 बार दोहराएं।
फायदा: आपके हाथ, बाजू और दिल पर सीधा असर पड़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर सही रहता है।बाइसेप कर्ल होल्ड (Bicep Curl Hold):

– अपनी कोहनी को 90 डिग्री पर मोड़ें (जैसे आप किसी को ताकत दिखा रहे हों) और उसी पोज़िशन में रुके रहें।
– आप इसे बैठकर या खड़े होकर कर सकते हैं।
फायदा: आपकी बाइसेप्स (आगे के बाजू की मांसपेशियां), कंधे और फोरआर्म (कलाई से कोहनी तक का हिस्सा) मज़बूत होते हैं, बिना ज़्यादा हिले-डुले।
सुपरमैन होल्ड (Superman Hold):

– अब धीरे-धीरे अपने हाथ, छाती और पैर को ऊपर उठाएं और कुछ देर के लिए उसी पोज़िशन में रहें।
फायदा: आपकी पीठ, कंधे, ग्लूट्स (कूल्हे की मांसपेशियां) और कोर (पेट के आसपास की मांसपेशियां) मज़बूत होती हैं। इससे आपका शरीर स्थिर रहता है।
वॉल सिट (Wall Sit):

– इस पोज़िशन में 60 सेकंड तक रुके रहें।
फायदा: आपकी जांघों, ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग (जांघ के पीछे की मांसपेशियां) को ताकत मिलती है। इससे आपके पैरों की ताकत बढ़ती है।
ग्लूट ब्रिज होल्ड (Glute Bridge Hold):

– अपनी पीठ के बल लेट जाएं, अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर टिकाएं।
– अब धीरे-धीरे अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं जब तक आपका शरीर एक सीधी लाइन में न आ जाए, फिर उसी पोज़िशन में रुके रहें।
फायदा: आपके ग्लूट्स, पीठ और हिप की मसल्स मज़बूत होती हैं। इससे आपका बैलेंस और उठने-बैठने का तरीका बेहतर होता है।
– मज़बूत मांसपेशियां
– बिना थके और बिना जिम जाए शानदार सेहत
– हफ़्ते में 4-5 बार ये कसरत करें और सिर्फ 5 हफ़्तों में फर्क देखें!