सबसे बड़ा डिटिटल अरेस्ट !
डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए महंत सुप्रदिप्तानंद ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि 17 मार्च को उनके मोबाइल पर फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को नासिक पुलिस का इंस्पेक्टर बताया और कहा आपने मनी लांड्रिंग केस के आरोपी नरेश गोयल के साथ 20 करोड़ का लेनदेन किया है। इसके बाद फोन करने वाले ने उन्हें वीडियो कॉल किया तब फोन की स्क्रीन पर नासिक पुलिस का बोर्ड और पुलिस यूनिफॉर्म में बैठा युवक बात करता दिखा। उसने धमकी दी की घर परिवार और परिचितों से बात की तो पुलिस घर पर पहुंच कर दबोच लेगी।
26 दिन डिजिटल अरेस्ट कर ट्रांसफर कराए 2.52 करोड़
महंत सुप्रदिप्तानंद का कहना है ठगों ने उन पर लगातार नजर रखी। हर एक घंटे पर उनकी लोकेशन लेते रहे उनसे कहा कि बैंक खातों में जो भी पैसा जमा है उसे ट्रांसफर करो। धमकी में आकर उन्होंने 2 करोड़ 52 लाख रुपया ट्रांसफर कर दिया इसके बदले में उन्हें भरोसा दिलाया गया कि मामले की जांच होने के बाद 14 अप्रैल को पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। 15 अप्रैल तक पैसा नहीं लौटा तो उन्होंने उन फोन नंबर्स पर कॉल किया तो फोन बंद मिले। तब उन्हें शक हुआ और वो पुलिस के पास पहुंचे।