इन बसों का संचालन मुंबई की ग्रीनसेल मोबिलिटी कंपनी द्वारा किया जाएगा। वहीं बसों के संचालन के लिए अब निगम द्वारा तेजी के साथ रमौआ पर डिपो तैयार किया जाएगा और उसके बाद ही कंपनी द्वारा बसों को चलाने के लिए चार्जिंग स्टेशन तैयार करेगी।
निगम को होगा भुगतान
स्मार्ट सिटी के अफसरों ने बताया कि टेंडर लेने वाली कंपनी को 12 साल तक शहर में बसों का संचालन व संधारण करना होगा और इन बसों से राजस्व प्राप्त करने का काम निगम द्वारा किया जाएगा। निगम द्वारा बदले में कंपनी को 59 रुपए प्रति किमी के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। जबकि केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में 22 रुपए प्रति किमी का भुगतान निगम को किया जाएगा। वहीं 37 रुपए प्रति किमी की व्यवस्था निगम अपने स्तर से करेगा। इसके लिए निगम बसों पर विज्ञापन लगाकर आय बढ़ाएगा। ये भी पढ़ें:
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-नगर निगम को रमौआ व जलालपुर स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आइएसबीटी) में करीब 15.50 करोड़ की लागत से सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्य पूरे करने होंगे।
-रमौआ डिपो पर सिविल वर्क व आंतरिक इलेक्ट्रिकल वर्क 4.29 करोड़ और बसों की चार्जिंग के लिए एचटी कनेक्शन पर 7.31 करोड़ रुपए खर्च होंगे। -आइएसबीटी में सिविल और आंतरिक इलेक्ट्रिकल कार्य पर 1.16 करोड़ रुपए और एचटी कनेक्शन के लिए 2.73 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।