डीआईजी ने थमाई सूचना डायरी
डीआईजी अमित सांघी ने माइक्रो बीट प्रभारियों को सूचना डायरियां थमाईं। उन्होंने कहा यह बीट पुस्तिका बीट प्रभारी की आंख और कान का काम करेगी। माइक्रो बीट के प्रभारी इसमें उनके इलाके की सभी गतिविधियों, सूचनाओं और इलाके के बारे में अपने अनुमान को दर्ज करेंगे।
निगरानी का दायरा, पुलिस से तालमेल बढ़ेगा
आईजी अरविंद सक्सेना ने पुलिस अधिकारियों से कहा माइक्रो बीट सिस्टम से पुलिस निगरानी का दायरा बढ़ेगा और उन आरक्षक स्तर के पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय होगी। इससे अपराधों पर लगाम कसेगी। बीट प्रभारी को इलाके की बारीक जानकारी जुटाना पड़ेगी तो उसका पब्लिक से तालमेल बढ़ेगा।
सिस्टम को मजबूत करो
एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बीट प्रभारियों से कहा शहर व देहात में कुल 1073 माइक्रो बीट बनाई गई हैं। बीट के प्रभारी को उसके इलाके की पूरी जानकारी होना चाहिए। यह मान लो जिस प्रभारी के पास जितनी जानकारियां होंगी उसके इलाके में माइक्रो बीट सिस्टम उतना प्रभावी रहेगा। ये भी पढ़ें: एमपी में बनेगा 1200 किमी का नर्मदा एक्सप्रेस-वे, इन 11 जिलों से गुजरेगी सड़क इन पर रहेगी प्रभारी की नजर
सिस्टम में आरक्षक को एक क्षेत्र की जवाबदारी दी है। इसलिए उन्हें बीट में अपराधियों, निगरानी बदमाश, सजायाफ्ता बदमाश, स्कूल और कॉलेज, बैंक, एटीएम, होटल, धर्मशाला, ढाबा, पेट्रोल पंप, सीसीटीवी, अस्पताल, धार्मिक स्थल, नगर या ग्राम रक्षा समिति, धार्मिक उत्सव, वरिष्ठ नागरिक, प्रतिष्ठित व्यक्ति, राजनीतिक व्यक्ति, मैरिज हॉल, संवेदनशील जगह, लोक शांति को प्रभावित करने वाले मुददे और लोगों के बारे में पूरी जानकारी जुटाना होगी।