कार्य में कोताही पर की जाएगी कठोर कारवाई
किसी भी कर्मचारी के द्वारा अगर किसी प्रकार की कोताही बरती जाती है तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। श्री त्रिपुरारी ने बताया कि कार्यालय में आने वाले हर फरियादियों की समस्याओं का गुणवत्ता युक्त निस्तारण कर उनके समस्याओं का समाधान किया जाएगा और सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वकांक्षी योजनाओ व परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर आम जनमानस को समर्पित करने का कार्य किया जाएगा।
IIT ग्रेजुएट हैं शाश्वत…माता, पिता रह चुके हैं हायर अधिकारी
शाश्वत त्रिपुरारी मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले हैं उनके पिता शरद चन्द्र मिश्र दूरदर्शन महानिदेशालय दिल्ली में उप महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं वहीं,मां पूनम मिश्रा यूपी भवन में मुख्य वित्त अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। शाश्वत की शुरुआती पढ़ाई प्रयागराज में ही हुई उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट अच्छे अंको के साथ पास किया बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्होंने बेसिक शिक्षा पूरी होने के बाद IIT से इंजीनियरिंग करने का विचार किया मेहनती होने के कारण उन्होंने IIT एक्जाम पास कर IIT से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
2019 में IAS में पाए 19 वीं रैंक
शाश्वत बचपन से ही अधिकारी बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ सिविल सेवा की तैयारी भी शुरू कर दी सिविल सेवा में उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में अपनी मंजिल तक पहुंच गए। शाश्वत ने 2019 में सिविल सेवा में ऑल इंडिया में 78 वीं रैंक हासिल की। इसके बाद उन्होंने फिर से प्रयास किया और साल 2021 में 19 वी रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए।
विकास भवन पहुंचकर लिए चार्ज
शाश्वत विकास भवन पहुंच कर मुख्य विकास अधिकारी का पदभार ग्रहण कर गोरखपुर के चौमुखी विकास करने में अपना अहम भूमिका निभा कर योगदान देगे। इससे पहले श्री त्रिपुरारी गोरखपुर में अपने ट्रेनिंग के दौरान वीडियो बांसगांव संयुक्त मजिस्ट्रेट नगर निगम तहसील कैंपियरगंज में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का दायित्व निभा चुके हैं जॉइंट मजिस्ट्रेट अलीगढ़ से शासन ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) गोरखपुर बनाया।