सीएचसी हरनही में स्वास्थ्य सेवाओं की किए समीक्षा
डिप्टी सीएम इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार निजी कार्यक्रम में पहुंचे, जहां लगभग आधे घंटे तक रूकने के बाद पास के ही सीएचसी हरनहीं पहुंचे। सीएचसी में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय बैठक की। जिले में संचालित सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा भी की।
जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहें अधिकारी
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध इलाज की सुविधाओं की समीक्षा की गई है। अस्पतालों में संसाधन उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामप्रधानों से संपर्क करें और हर पखवाड़े बैठक करें। प्रसव सेवा और टीकाकरण सिर्फ सरकारी अस्पतालों में कराने की व्यवस्था करें। चिकित्सा अधीक्षक और सीएमओ डॉ.राकेश कुमार झा से कहा कि यदि कोई सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते मिलें तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं।
सीएचसी में 24 घंटे रहे इमरजेंसी सेवा
डिप्टी सीएम ने कहा कि सभी सीएचसी में 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराएं। हरनहीं सीएचसी में कर्मचारियों के आवास निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया। सीएचसी में पहुंचते ही उन्होंने सभी ओपीडी कक्ष में पहुंचकर वहां मौजूद डॉक्टर से मरीजों और उनके इलाज के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान मरीजों से भी व्यवस्थाओं की जानकारी लिए।
सीएचसी के देर से खुलने और जल्दी बंद होने पर भड़के
डिप्टी सीएम को बताया गया कि सीएचसी 11 बजे खुलती है और 2 बजे ओपीडी के बाद बंद हो जाती है,जिस पर उन्होंने सीएमओ को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों को पूरे समय उपलब्ध रहने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं साथ ही सीएचसी के औचक निरीक्षण की चेतावनी देते हुए कहा कि हम बिना बताए फिर आएंगे।इस दौरान स्थानीय विधायक श्रीराम चौहान, पूर्व विधायक संत प्रसाद बेलदार, ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह, बीडीओ रमेश शुक्ला,एडीओ पंचायत राजीव दूबे, सहित दर्जनों की संख्या में ब्लॉक के कर्मचारी और स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।