भ्रष्टाचार की शिकायत पर सीधे सस्पेंड होंगे थानेदार
पुलिस कमिश्नर ने मातहतों को जनसुनवाई को प्रमुखता से लेने का निर्देश दिया, अगर किसी भी थाना प्रभारी द्वारा लापरवाही की है और सीपी आफिस में अधिक शिकायतें पहुंची तो उस थाना प्रभारी पर कारवाई की जाएगी।डीसीपी, एडिशनल डीसीपी और सभी एसीपी कार्यालयों में सुबह 10 बजे ऑफिस का समय तय कर दिया है। जिसमें थानों में नाइट अफसरों की जिम्मेदारी तय होगी। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर सीधे थाना प्रभारियों का निलंबन होगा। ट्रैफिक सिस्टम भी दुरुस्त रखने हेतु कार्ययोजना बनाई जायेगी।
जन प्रतिनिधियों से रखें बेहतर समन्वय, भूमाफियाओं पर कड़ी कारवाई
पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड का कहना है कि जनप्रतिनिधियों से बेहतर समनव्य किया जाएगा। पुलिस के पास अपनी समस्याओं को लेकर लाेग आते हैं, उनका निस्तारण करना पुलिस का काम है। आगरा में पुलिस कमिश्नर बनने के बाद थाना प्रभारियों से अलग अलग विधानसभा से विधायकों के नाम, सांसद, राज्यसभा सदस्यों के नाम मीटिंग में पूछे।जिससे हर पुलिसकर्मी अपनी जिम्म्मेदारी समझ सके। गौवंश की तस्करी रोकने के साथ ही भूमाफियाओं पर कड़ी कार्रवाई होगी। चेन स्नेचिंग की घटनाएं हुईं तो बीट सिपाही से लेकर चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे।
सीएम सिटी गोरखपुर में भी रह चुके हैं DIG
जे. रविंदर गोड गाजियाबाद के दूसरे पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं। अभी तक वह आगरा के पुलिस कमिश्नर थे। इससे पहले गोरखपुर में लंबे समय तक डीआईजी और आईजी रह चुके हैं। वह लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, लखनऊ समेत कई महत्वपूर्ण शहरों में एसएसपी रह चुके हैं। इस तरह पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक उन्हें लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त रखने का लंबा प्रैक्टिकल अनुभव है।