इन बांधों में पहुंचाया जाएगा पानी
साथ ही ईसरदा बांध से राम जल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के तहत रामगढ़ बांध, बुचारा, छितोली इत्यादि बांधों में पेयजल के लिए आपूर्ति हो सकेगी। इससे बांधों के आसपास के क्षेत्र एवं जयपुर जिले को भी पानी मिल सकेगा। गौरतलब है कि वर्तमान में दौसा जिले में पेयजल की भारी किल्लत है। जिला मुख्यालय पर पांच-छह दिन में एक बार मात्र 45 मिनट के लिए जलापूर्ति होती है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए भटकने को मजबूर हैं।दो चरणों में निर्माण, 1038 करोड़ स्वीकृत
ईसरदा बांध बीसलपुर बांध के डाउन स्ट्रीम में ग्राम बनेठा (तहसील उनियारा जिला टोंक) के पास बनास नदी पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण दो चरणों में किया जाना निर्धारित है। प्रथम चरण में डैम का निर्माण पूर्ण भराव स्तर आरएल 262 मीटर (भराव क्षमता 10.77 टीएमसी) तक पूर्ण किया जाएगा। इसमें पानी का भंडारण आरएल 256 मीटर भराव क्षमता (3.24 टीएमसी) तक ही किया जाना है। द्वितीय चरण में बांध में पूर्ण भराव क्षमता आरएल 262 मीटर तक पानी संग्रहित हो सकेगा। परियोजना के प्रथम चरण की संशोधित प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 1038.65 करोड़ रुपए की दी गई, जिससे कार्य प्रगतिरत है।मुख्य बांध का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण
जल संसाधन विभाग के अनुसार बांध निर्माण में ओवरलो वाले भाग में स्पिलवेय ब्रिज में स्लैब निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। अभी तक सभी 28 स्लैब डाली जा चुकी है। सभी 28 पियर्स वांछित ऊंचाई तक पूर्ण किए जा चुके हैं। बांध में सभी 84 गर्डर लॉन्च कर दिए हैं। बांध में 28 ब्लॉक एप्रेन में से 22 का निर्माण हो गया है। सभी 28 पावर पैक रूम और सभी 28 रेडियल गेट का निर्माण भी हो गया है। सभी 56 हाईड्रोलिक सिलेंडर लगाए जा चुके हैं। मिट्टी के बांध का कार्य लगभग 82.08 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मुख्य बांध का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।महंगे होंगे ऑटो-कैब, इतने साल बाद किराया बढ़ाने की तैयारी, जानें क्या हो सकता है नया रेट!
इनका कहना है
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में विभाग पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। ईसरदा बांध परियोजना से ग्रामीण और शहरी जनसंख्या के लिए सुरक्षित पेयजल सुविधा की परिकल्पना साकार होगी। गांवों में भूजल स्तर बढऩे से कुएं भी रिचार्ज होंगे।-सुरेशसिंह रावत, जल संसाधन मंत्री