महुवा। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) मणिपुर में तैनात इंस्पेक्टर शिवराम मीणा का निधन होने से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव पाडली में शनिवार दोपहर सैन्य सम्मान के साथ संपन्न हुई। 13 वर्षीय बेटे अमन मीना ने मुखाग्नि दी। जहां “शिवराम मीणा अमर रहे” के जयकारे गूंज उठे।
इंस्पेक्टर मीणा ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अनुकरणीय सेवा प्रदान की थी। शिवराम मीणा का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया। भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और अंत्येष्टि के दौरान जय हिंद के नारों से माहौल गूंज उठा। वे अपने पीछे पत्नी, बेटा-बेटी को छोड़कर गए हैं। पिता किसान हैं और उनके बड़े भाई घनश्याम मीणा शिक्षक हैं।
गांव में छाई शोक की लहर
पाडली गांव में उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब सीआरपीएफ में तैनात इंस्पेक्टर शिवराम मीणा के निधन की खबर गांव पहुंची। इससे पूरे गांव में मातम छा गया। उनकी पार्थिव देह के गांव पहुंचते ही सैकड़ों लोग पहुंच गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। उनके अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उनकी शहादत को नमन किया। विधायक राजेंद्र मीणा, पूर्व मंत्री गोलमा देवी मीणा और कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। इससे पहले उनकी पार्थिव देह महुवा थाने में भी लाई गई। जहां पुलिस अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर पुष्पचक्र चढ़ाए। इसके बाद पार्थिव देह जुलूस के साथ गांव पहुंची।