Rohit Sharma on Retirement: वनडे क्रिकेट से संन्यास की अटकलों को लेकर रोहित शर्मा ने किया बड़ा ऐलान
Rohit Sharma on Retirement: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल के बाद 37 वर्षीय रोहित शर्मा के वनडे फॉर्मेट से संन्यास लेने के कयास लगाए जा रहे थे। मैच के बाद रोहित ने साफ किया कि अभी ऐसा कोई प्लान नहीं है।
Rohit Sharma on Retirement: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार खिताब पर कब्जा जमाया है। इस मुकाबले से पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की अटकलें लगाई जा रही थीं। माना जा रहा था कि 37 वर्षीय रोहित ने जिस 2024 का टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था, उसी तरह से चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के बाद वह वनडे से भी रिटायरमेंट ले लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खिताब जीतने के बाद रोहित शर्मा ने खुद ऐलान किया कि जैसा चल रहा है, वैसा चलता रहेगा।
रोहित शर्मा ने ये साफ कर दिया है कि वे वनडे फॉर्मेट नहीं छोड़ने वाले हैं। मैच के बाद रोहित ने संन्यास के सवाल पर कहा कि अभी कोई फ्यूचर प्लानिंग नहीं है। जैसा चल रहा है, चलता रहेगा। मैं अभी इस फॉर्मेट से संन्यास नहीं लेने जा रहा हूं। इसलिए कोई अफवाह न फैलाएं। बता दें कि हिटमैन ने फाइनल में 41 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा है। उन्होंने 83 गेंदों पर 76 रन की अहम पारी खेली और प्लेयर ऑफ द मैच भी बने।
‘भीड़ ने दुबई को हमारा घरेलू मैदान बना दिया’
भारतीय कप्तान ने खिताब जीतने के बाद कहा कि मैं उन सभी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने हमारा सपोर्ट किया। भीड़ शानदार थी, यह हमारा घरेलू मैदान नहीं है, लेकिन उन्होंने इसे हमारा घरेलू मैदान बना दिया। उन्होंने मैच को लेकर कहा कि सिर्फ़ इस मैच में ही नहीं, बल्कि शुरुआत से ही ख़ासतौर पर हमारे स्पिनरों ने कभी निराश नहीं किया। हम इस तरह की पिचों पर खेलने में उनकी ताकत को समझते हैं, इससे उन्हें मदद मिली और हमने इसका फ़ायदा उठाया। हमने वाकई बहुत अच्छी क्रिकेट खेली और पूरे टूर्नामेंट में हमारी गेंदबाजी में बहुत निरंतरता रही।
रोहित ने केएल राहुल को लेकर कहा कि वह आसपास के दबाव से कभी नहीं घबराता, यही एक कारण है कि हम उसे मध्यक्रम में रखना चाहते थे, ताकि वह हमारे लिए मैच को समाप्त करने की कोशिश करे। उसकी वजह से आसपास बल्लेबाजी करने वाले अन्य खिलाड़ी खुलकर खेल पाते हैं। उदाहरण के लिए हार्दिक पंड्या ने दोनों मैचों में कुछ अच्छे शॉट खेलकर टीम को थोड़ी राहत दी। कुल मिलाकर पूरे टूर्नामेंट में हमारे सभी बल्लेबाजों की बल्लेबाजी शानदार थी।
‘वह बहुत खतरनाक हो जाता है’
उन्होंने वरुण चक्रवर्ती को लेकर कहा कि जब आप ऐसी पिच पर खेल रहे होते हैं तो आप चाहते हैं कि बल्लेबाज उस पर दबाव डालें और यहीं पर वह बहुत खतरनाक हो जाता है। इसी कारण उसे टीम में शामिल किया गया। जब उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट लिए तो हमने देखा कि गेंद के साथ उसकी किस तरह की क्षमता है। हम उसका अधिकतम उपयोग करना चाहते थे और उसने निराश नहीं किया। उसकी गेंदबाजी में शानदार गुणवत्ता है।