पंजाब की ओर से युवा बल्लेबाज़ प्रियांश आर्या ने तूफानी शतक जमाकर सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने सिर्फ 39 गेंदों पर शतक पूरा किया और 42 गेंदों में 7 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 103 रन बनाए। उनके साथ शशांक सिंह ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए 36 गेंदों पर नाबाद 52 रन बनाए, जबकि अंत में मार्को यानसेन ने 19 गेंदों में 34 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। इस दमदार प्रदर्शन के चलते पंजाब किंग्स ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट पर 219 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के फील्डर्स ने 11 कैच टपकाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत तो ठीक रही, लेकिन मध्यक्रम लड़खड़ा गया। रचिन रविंद्र ने 36 रन बनाए, मगर उनके जोड़ीदार ऋतुराज गायकवाड़ महज़ 1 रन पर आउट हो गए। इसके बाद डेवोन कॉनवे और शिवम दुबे ने पारी को संभालने की कोशिश की। कॉनवे ने अर्धशतक जड़ा और वह आईपीएल इतिहास में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले दुनिया सिर्फ तीसरे बल्लेबाज बन गए। 14वें ओवर तक सीएसके ने 139 रन बना लिए थे और उनके सिर्फ 2 विकेट गिरे थे। यहां से 6 ओवर में 80 रन चाहिए थे, जो ज्यादा मुश्किल नहीं था। यहां से धोनी के अलावा कोई और बल्लेबाज तेज नहीं खेल सका। 18वें ओवर की आखिरी गेंद से पहले कॉनवे को रिटायर्ड आउट किया गया। उनकी जगह बल्लेबाजी करने आए रवींद्र जडेजा 5 गेंदों में 9 रन बना सके और चेन्नई मैच हार गई।
IPL में सबसे तेज 1000 रन
- 21 पारी- शॉन मार्श
- 23 पारी- लेंडल सिमंस
- 24 पारी- डेवोन कॉनवे
- 25 पारी- मैथ्यू हेडन
- 25 पारी- साई सुदर्शन
- 26 पारी- जॉनी बेयरस्टो
- 27 पारी- क्रिस गेल
एमएस धोनी ने अंत में 12 गेंदों पर 27 रनों की उपयोगी पारी खेली, लेकिन वह टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सके। चेन्नई की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर केवल 201 रन ही बना सकी और मैच 18 रन से हार गई। इस हार के साथ चेन्नई सुपर किंग्स को टूर्नामेंट में लगातार चौथी हार झेलनी पड़ी है। वहीं, पंजाब किंग्स ने अब तक चार मुकाबलों में से तीन जीत हासिल कर अपनी स्थिति मजबूत की है।