खिलाड़ियों के आकलन में थोड़े कम गंभीर हैं पंत- पुजारा
पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर बात करते हुए कहा कि पंत का टेस्ट और टी20 में प्रदर्शन अलग है, क्योंकि दोनों फॉर्मेट अलग हैं। लेकिन कप्तानी में वह खिलाड़ियों के आकलन में थोड़े कम गंभीर नजर आए। जबकि टी20 ऐसा फॉर्मेट है, जहां आपको बहुत ज्यादा रिसर्च करनी होती है। आपको विपक्षी बल्लेबाजों के बारे में जानने की जरूरत है, उनके रन बनाने के क्षेत्र कौन से हैं, गेंदबाज कौन हैं, किसके सामने कौन अच्छा खेलता है। मुझे नहीं पता कि वह यह सब कर रहा है या नहीं, क्योंकि वह ऐसा करने में थोड़ा हिचकिचाता है। पुजारा ने यह कहकर बात पूरी की कि पंत डीआरएस के फैसलों में भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच में मेरी उससे बहुत बार बात हुई है। इसलिए मुझे पता है कि उसे बिल्कुल अंदाजा नहीं होता कि गेंद कहां जा रही है। जबकि विकेटकीपर होने के नाते, उसे यह पता होना चाहिए।
‘पंत के नंबर सात पर आने के कारण को समझते हैं’
वहीं, इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज निक नाइट ने कहा कि वह पंत के नंबर सात पर आने के कारण को समझते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बडोनी के चार या पांच नंबर पर बल्लेबाजी करने से कोई खास दिक्कत नहीं है। मुझे इसमें कुछ तर्क दिखता है, क्योंकि मुझे लगता है कि वह अच्छा खेल रहा है और मुझे लगता है कि ऋषभ पंत की तुलना में उसके रन बनाने की संभावना ज्यादा है। यहीं समस्या है। शायद आप समद के बारे में भी यही कह सकते हैं, उसके भी ऋषभ पंत से ज्यादा रन बनाने की संभावना है। डेविड मिलर के बारे में भी आप यही कह सकते हैं। जब आप फैसले लेने के तरीके को देखते हैं तो शायद तर्क के हिसाब से यह कुछ हद तक सही लगता है।
नाइट ने आगे कहा कि आपका कप्तान है, जो बल्लेबाजी क्रम में नीचे जा रहा है, जबकि आपको वास्तव में उससे आगे बढ़ने की जरूरत है। वह वो व्यक्ति है जो आपकी टीम के सामने खड़ा होकर बात करेगा, वह आपको मैदान पर ले जा रहा है। वह आपका लीडर है और यह अच्छा नहीं लगता जब लीडर पीछे हट रहा हो।
8 पारियों में सिर्फ 106 रन
बता दें कि पंत ने इस सीजन की आठ पारियों केवल 106 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 13.25 और स्ट्राइक रेट 96.36 का रहा है।