इससे पहले ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के कप्तान शेन वॉटसन ने टॉस जीता और इंडिया मास्टर्स को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। अंबाती रायुडू और सचिन तेंदुलकर ने पारी का आगाज किया लेकिन दूसरे ओवर में रायुडू स्टीव ओकीकी की गेंद पर बोल्ड हो गए। पवन नेगी भी 14 रन बनाकर 7वें ओवर में आउट हो गए। इसके बाद भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गजों ने मोर्चा संभाला और फैंस को झूमने पर मजबूर कर दिया। जहां एक ओर सचिन अपने बेहतरीन कवर ड्राइव से फैंस को रोमांचित कर रहे थे तो दूसरी ओर युवराज सिंह छक्कों की बारिश कर रहे थे।
इस साझेदारी को 12वें ओवर में बेन हेल्फेनास ने तोड़ा और सचिन को 42 के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। उन्होंने 30 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 42 रन बनाए। इसके बाद युवराज सिंह ने स्टुअर्ट बिन्नी के साथ मिलकर अपना अर्धशतक पूरा किया। युवराज सिंह 30 गेंदों में 7 छक्के और एक चौके की मदद से 59 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बिन्नी के 36, यूसुफ पठान के 23 और इरफान पठान के 19 रनों की बदौलत इंडिया मास्टर्स 20 ओवर में 7 विकेट पर 220 रन तक पहुंचने में सफल रहा।
श्रीलंका या वेस्टइंडीज से फाइनल
221 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान शेन वॉटसन 5 रन बनाकर विनय कुमार का शिकार हो गए। शॉन मार्श को भी कुमार ने जल्द ही पवेलियन भेज दिया। बेन डंक और डेनियन क्रिश्चियन भी सस्ते में पवेलियन लौट गए। नाथन रियरडन के आउट होते ही ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स की आधी टीम 74 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। पुछल्ले बल्लेबाजों को शहबाज नदीम में समेटने में देर नहीं की और 94 रन से इंडिया मास्टर्स को जीत दिला दी। अब रविवार को इंडिया मास्टर्स की टीम फाइनल में श्रीलंका या वेस्टइंडीज के भिड़ेगी।