मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘राजेंद्र राठौड़ के साथ-साथ चूरू विधायक हरलाल सहारण भी बहुत होशियार हैं। चुपचाप मिलने आते हैं, कहते हैं कोई काम नहीं है और चार-पांच कागज साथ लाते हैं और कहते हैं ये भी कर दीजिए और ये भी कर दीजिए।’
राठौड़ को मिले कोई बड़ा दायित्व- मंत्री
मंत्री गौतम दक ने राजेंद्र राठौड़ को लेकर कहा कि ‘जैसे आप 35-40 साल राजनीति में सक्रिय हैं। राठौड़ साहब को देखकर नई ऊर्जा आती है। मुझे कहीं न कहीं ऐसी संभावना दिख रही है कि यहां कोई न कोई लाल बत्ती आ सकती है। जन सैलाब चाहता है कि भाईसाहब (राजेंद्र राठौड़) को कोई ना कोई बड़ा दायित्व मिले, क्योंकि राजस्थान की राजनीति में शून्य आ गया है।’
मुझे किसी पद की जरुरत नहीं- राठौड़
वहीं, राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि ‘पीसीसी चीफ डोटासरा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते है कि सीएम भजनलाल शर्मा पहले कुर्सियां गिनते थे, स्टेज सजाते थे… मुझे इस बात का गर्व है। जिसने साधारण कार्यकर्ता के तौर पर राजस्थान को नापा, आज वे मुख्यमंत्री हैं। इसलिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मुझे किसी पद की जरुरत नहीं है। कार्यकर्ता की तरह काम करते रहेंगे। जब तक इन धमनियों में खून दौड़ेगा…आप तो काम देते रहना। चाहे सेवा का काम हो या संगठन का काम हो।’