करोड़ों रुपए स्वीकृत किए, फिर भी…
जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज चूरू व इससे संबद्ध चिकित्सालय भवन के निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2017-18 में तीन हजार लाख केन्द्रीय अंश1800 एवं राज्य अंश 1200 लाख रुपए का आवंटन किया गया था। वर्ष 2018-19 में कार्य के पेटे राशि आवंटित नहीं की गई। अब तक आवंटन राशि के विरुद्ध तीन हजार लाख रुपए की राशि व्यय की जा चुकी है। गौरतलब है कि 2021-22 तक सरकार की ओर से चिकित्सालयों में उपचार के काम आने वाले उपकरणों के पेटे अब तक 13.35 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य महकमे के हालात खराब है। इस व्यय राशि में वर्ष 2018-19 से पूर्व के वर्ष की अवशेष राशि भी सम्मिलित है।
पद स्वीकृत कार्यरत रिक्त
प्रोफेसर 25 10 15
एसोसिएट प्रोफेसर 49 16 33
सहायक प्रोफेसर 79 40 39
कुल 153 66 87
चिकित्सा व्यवस्था चरमराई
एक तरफ तो मेडिकल कॉलेेज में पद रिक्त चल रहे हैं। जो लोग पद पर कार्यरत हैं। वे समय पर आते नहीं है। चिकित्सा व्यवस्था चरमराई है। सरकार की ओर से दिए गए जवाब से पता चलता है कि सरकार चिकित्सा व्यवस्था के प्रति कितनी गंभीर है।
राजेन्द्र राठौड़, नेता प्रतिपक्ष