दरअसल, जैसे ही ग्रामीणों को हादसे की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचित किया। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने जेसीबी मशीनों की मदद से महज 2 घंटे के अंदर बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
7 फीट पर अटका था मासूम
बता दें, रेस्क्यू टीम ने जांच के दौरान पाया कि राहुल बोरवेल में करीब 7 फीट की गहराई पर अटका हुआ था। उसने अपने हाथ और पैर फैला रखे थे, जिससे वह अधिक गहराई में नहीं गिरा। प्रशासन ने सतर्कता से काम लेते हुए बोरवेल के समांतर खुदाई शुरू की और धीरे-धीरे राहुल तक पहुंच गए। कड़ी मशक्कत के बाद बचाव दल ने बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
बताया जा रहा है कि राहुल को बाहर निकालते ही उसे कपासन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसका हेल्थ चेकअप किया। फिलहाल वह पूरी तरह स्वस्थ है, जिससे परिवार और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। परिजनों ने प्रशासन, कपासन तहसीलदार, थानाधिकारी और पूरी रेस्क्यू टीम का आभार जताया, जिनकी मुस्तैदी से राहुल को सुरक्षित बचा लिया गया।
बताते चलें कि चित्तौड़गढ़ जिले में यह पहला मामला है, जब कोई बच्चा खुले बोरवेल में गिरा हो। सरकार द्वारा खुले बोरवेल बंद करने के सख्त निर्देश होने के बावजूद कई जगहों पर अभी भी बोरवेल खुले हैं।