
विवादित भूमि पर लगा दी गयी रातोरात अंबेडकर प्रतिमा
जानकारी के अनुसार खरौंझा गांव के बाहर सिवान में एक तरफ दलित वर्ग के लोग ग्राम समाज की भूमि में काबिज है तो वहीं पास में गांव के ही सीताराम सिंह की जमीन है। सीताराम सिंह का आरोप है कि दलित बस्ती के लोग गुरुवार की रात में उनकी ज़मीन पर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित कर दिये। शुक्रवार की सुबह सीताराम के घरवाले खेत पर पहुंचे तो अपनी भूमि में अंबेडकर की प्रतिमा को देखकर नाराज हो गए और स्थापित किए गए प्रतिमा को वहां से सुरक्षित हटा दिया।

अंबेडकर प्रतिमा हटाए जाने से नाराज लोगो ने इलिया थाने में दी तहरीर
जब दलित बस्ती के लोगो को जब अंबेडकर प्रतिमा को हटाए जाने की जानकारी हुई तो दलित बस्ती के लोग नाराज हो गए। दलित बस्ती के लोग इलिया थाने पहुंचे और सीताराम सिंह सहित उनके परिवार वालों के खिलाफ थाने में तहरीर दिया। मामले की सूचना पर चकिया एसडीएम ज्वाला प्रसाद और सीओ रघुराज पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने गांव में दोनों पक्षों के लोगो से बात की और पुरे मामले जानकारी ली।

एसडीएम के आश्वासन के बाद ज़मीन की पैमाइस पर पर बानी सहमति
दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद एसडीएम चकिया ज्वाला प्रसाद ने दलित बस्ती के लोगो को आश्वस्त किया कि अगले दिन गांव में राजस्व कर्मियों की टीम आएगी और विवादित ज़मीन की नापी करेगी। नापी के बाद अगर वो ज़मीन ग्राम समाज की होगी तो उस पर परमिशन लेने के बाद मूर्ति स्थापित की जा सकती है। एसडीएम के समझाने के बाद दलित बस्ती के लोग शांत हुए और विवाइट ज़मीन की पैमाइस के लिए राजी हो गए।

राजस्व विभाग की पैमाइस के बाद सीताराम सिंह की निकली विवादित भूमि
सीओ चकिया रघुराज ने बताया कि शनिवार को थाना इलिया पुलिस और राजस्व कर्मियों की टीम गावं में पहुंची। राजस्व टीम ने विवादित भूमि का नापी किया। पैमाइस के बाद ये तय हुआ की विवादित भूमि ग्राम समाज की नहीं बल्कि गांव के सीताराम सिंह की है। जिसके बाद ये तय हो गया की सीताराम सिंह की ज़मीन पर अंबेडकर प्रतिमा स्थापित नहीं होगी बल्कि गांव में भूमि को चिन्हित कर वहां बाबा साहब की स्थापित किया जाएगा।