आदित्य बिरला लिक्विड फंड 7.42%
एक्सिस लिक्विड फंड 7.41%
डीएसपी लिक्विड फंड 7.40%
महिंद्रा मैनुलाइफ लिक्विड 7.40%
लिक्विड फंड क्या है?
लिक्विड म्यूचुअल फंड्स कमर्शियल पेपर, सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक), ट्रेजरी बिल्स जैसी फिक्स्ड-इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है, जिनकी परिपक्वता अवधि अधिकतम 91 दिन यानी 3 महीने होती है। इन फंड्स का नेट एसेट वैल्यू पूरे 365 दिन के लिए कैलकुलेट किया जाता है और निवेशक 24 घंटे के भीतर फंड से अपना पैसा निकाल सकते हैं। लिक्विड फंड में किसी भी तरह का एंट्री और एग्जिट लोड (अतिरिक्त शुल्क) नहीं होता है। यह फंड डेट फंड कैटेगरी में सबसे कम ब्याज दर जोखिम वाले फंड्स में आता है। लिक्विड फंड का मुख्य उद्देश्य पूंजी की सुरक्षा और तरलता बनाए रखना है।कहां निवेश बेहतर?
अगर सुरक्षा और तुरंत निकासी की बात करें तो सेविंग बैंक अकाउंट एक अच्छा विकल्प है। लेकिन जब बात बेहतर रिटर्न की आती है, तो लिक्विड फंड ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर ए के निगम का कहना है कि इन दोनों में कौन ज्यादा फायदेमंद है? इसका जवाब तीन मुख्य पहलुओं पर निर्भर करता है…- ब्याज दर
विजेता: लिक्विड फंड, क्योंकि ये आमतौर पर सेविंग अकाउंट की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं।
- टैक्सेशन
लिक्विड फंड: यहां कमाई को कैपिटल गेन टैक्स के रूप में देखा जाता है। अगर निवेश 3 साल से कम है, तो टैक्स स्लैब के अनुसार लगेगा। अगर निवेश 3 साल से ज्यादा का है, तो टैक्स 20% लगेगा।
- जोखिम