जानकारी अनुसार क्षेत्र के गांवों में सड़कों की बदहाली स्थिति पर विगत राज्य सरकार द्वारा यहां पर बजट सत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 52 मांगली खुर्द से मांगली कला, टहला, डेरोली, बोरखेड़ा,रघुनाथपुरा, सलावलिया, सालावलिया का बरड़ा, विजयगढ़ ,विजयगढ़ चौराहा, नेहडी सहित कई गांवों को जोड़ते हुए सीधे भीलवाड़ा की सीमा तक 33 किलोमीटर लंबाई तक सड़क स्वीकृत हुई थी, जिसकी लागत 43 करोड रुपए है। सड़क निर्माण पूरा होने से यहां के लोगों को सीधे भीलवाड़ा जिले की सीमा में जाने में सुविधा हो गई हैं।आरएसआरटीसी के परियोजना अधिकारी हेमराज चौधरी ने बताया कि सड़क निर्माण में करीब दो वर्ष का समय लग गया है, अब कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। यह सड़क जनता को समर्पित की जा रही है।
आधा दर्जन धार्मिक स्थल भी जोड़े
आरएसआरडीसी के परियोजना अधिकारी सुरेंद्र गुर्जर व हेमराज चौधरी ने बताया कि 33 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण जिसकी चौड़ाई साढ़े पांच मीटर है। यह सड़क हाइवे से धार्मिक स्थल मांगली माता, दादी मां टहला, सूनखेड़ा का देव जी सलावलिया, मालाजी मंदिर विजयगढ़, देवनारायण मंदिर थाना व नेहडी देव जी का मंदिर जाने वाले लोगों को सीधा मार्ग मिल गया है, जिससे धार्मिक स्थल पर आने वाले लोगों को राहत मिलेगी।यहां पर वर्ष में कई बार मेलों का आयोजन होता है जिससे लोगों को आवाजाही में सुगमता होगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग 52 से मांगली खुर्द से रघुनाथपुरा होते हुए सड़क विजयगढ़ चौराहे से नेहडी तक तक तैयार हो गई है। सड़क पर एक-दो दिन का कार्य और शेष है। सड़क की लागत 43 करोड रुपए है।
आर के राजोरिया, प्रोजेक्ट डायरेक्टर , आरएसआरडीसी कोटा।